scriptभारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए चुनाव रैली में पहुंचे 6 राजदूत सहित 20 विदेशी प्रतिनिधि | 20 foreign representatives including 6 ambassadors arrived in India for the first time to listen to the Prime Minister speech | Patrika News
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भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए चुनाव रैली में पहुंचे 6 राजदूत सहित 20 विदेशी प्रतिनिधि

प्रधानमंत्री मोदी की उत्तर पूर्व दिल्ली के यमुना खादर ग्राउंड में हुई पहली रैली एक मायने में अनूठी रही। देश के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री की रैली में दूसरे देशों के राजदूत भी शामिल हुए।

नई दिल्लीMay 19, 2024 / 07:32 am

Shaitan Prajapat

-नवनीत मिश्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को उत्तर पूर्व दिल्ली के यमुना खादर ग्राउंड में हुई पहली रैली एक मायने में अनूठी रही। देश के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री की रैली में दूसरे देशों के राजदूत भी शामिल हुए। सभा में उमड़ी भारी भीड़ और पार्टी का प्रबंधन देख विदेशी राजदूत हैरान रह गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर आते ही जब भीड़ में शामिल लोग नारेबाजी करते हुए हुए आगे बढऩे लगे तो उन्हें कहना पड़ गया-आप लोग जहां हैं, वहीं खड़े रहिए….आगे जगह नहीं बची है। पीएम का इशारा पाते ही नारे लगाती हुई भीड़ का शांत हो जाना और फिर जिंदाबाद….अबकी बार…मोदी सरकार के नारे….। सभा में शामिल राजदूत बार-बार पीछे मुडकऱ यह नजारा देखकर मुस्कुराने लगते।

राजदूतों सहित विदेशी प्रतिनिधियों के लिए लगाई गई थी विशेष कुर्सियां

प्रधानमंत्री मोदी के मंच के सामने 6 देशों के राजदूतों सहित 20 विदेशी प्रतिनिधियों के लिए विशेष कुर्सियां लगाई गईं थीं। राजदूतों के साथ समन्वय की जिम्मेदारी भाजपा के विदेश सेल इंचार्ज डॉ. विजय चौथाईवाला की रही। वे राजदूतों और विदेशी प्रतिनिधियों के साथ बैठे थे। डॉ. चौथाईवाला ने पत्रिका से कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार किसी पार्टी और प्रधानमंत्री के चुनाव प्रचार अभियान को देखने के लिए विदेशी राजदूत रैली में पहुंचे हैं। भाजपा के इलेक्शन मैनेजमेंट का प्रत्यक्ष अनुभव करना उनके लिए रोचक रहा है। रैली में भारी भीड़ से भी राजदूत प्रभावित हुए।

13 राजनयिक मिशनों के 6 राजदूत सहित 20 विदेशी प्रतिनिधियों

सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वोंग सहित यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, रूस, श्रीलंका और जापान सहित भारत में 13 राजनयिक मिशनों के 6 राजदूत सहित 20 विदेशी प्रतिनिधियों ने इस रैली में हिस्सा लिया। भारत में नेपाली राजदूत डॉ. शंकर पी शर्मा ने भारत को लोकतंत्र की जननी बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करना बहुत रोचक रहा। उन्होंने भारत में लोकतंत्र के महापर्व का हिस्सा बनने को गर्व की अनुभूति करने वाला भी बताया।

वोट जिहाद करने वालों के साथ कांग्रेस का सौदा: मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की चुनावी सभा में तुष्टीकरण के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 में वोट पाने के लिए मनमोहन सिंह की जो रिमोट वाली सरकार चलती थी, उन्होंने वोट बैंक वालों से वोट के लिए वोट जिहाद करने वालो के साथ सौदा किया। वोट पाने के लिए 123 प्रॉपर्टी वक्फ बोर्ड को सौंप दी गई जिसका एकलौता मकसद था कि इनका वोट बैंक खुश हो और उन्हें फायदा हो। इस लूट को दिल्ली बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसका हिसाब होगा। पहले रास्ते रोके और फिर दंगे कराए लेकिन आज इनके झूठ का पर्दाफाश हो चुका है। दिल्ली में कई वर्षों से रहने वालों को नागरिकता मिल रही है। इंडी गठबंधन वाले घुसपैठियों के लिए आंशु बहाते हैं लेकिन जिसके साथ 1947 में जुर्म हुआ उन्हें धिक्कारते हैं। बाबा साहब आंबेडकर धर्म के खिलाफ थे लेकिन यह खुलेआम कह रहे हैं कि वह धर्म के आधार पर बांटेंगे।

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