अमिति शाह (Amit Shah) महाराष्ट्र (Maharashtra) में दो दिन के दौरे पर हैं। महाराष्ट्र सरकार पर हमला करते हुए एक कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा, "महाराष्ट्र सरकार को राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की आवश्यकता है। ये सहकारिता मंत्रालय महत्व दें यही चाहता हूँ। आखिर क्यों महाराष्ट्र सरकार सहकारिता मंत्रालय की अनदेखी कर रही है?
अमिति शाह (Amit Shah) महाराष्ट्र (Maharashtra) में दो दिन के दौरे पर हैं। इस दौरान अमित शाह महाराष्ट्र के लोनी में आयोजित एक कार्यक्रम 'सहकार परिषद और कृषि सम्मेलन' में पहुंचे थे। ये कार्यक्रम सहकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था। इस दौरान उन्होंने महाविकस आघाडी सरकार पर हमले किए। उन्होंने कहा कि उद्धव सरकार को अब राजनीति से ऊपर उठकर सोचें और सहकारिता मंत्रालय को सपोर्ट करें। इसके साथ ही अमित शाह ने सहकारिता क्षेत्र के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
अमित शाह ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले को सहकारिता के लिए काशी जैसी पवित्र भूमि बताया। उन्होंने कहा कि गुजरात में सहकारिता का सबसे सफल मॉडल अमूल (Amul) बनकर उभरा है जहां 36 लाख महिलायें काम कर रही हैं।
सहकारी बैंकों में हुए घोटाले पर हमला अमित शाह ने कहा, "सहकारिता मंत्रालय इसलिए बनाया गया है क्योंकि आज भी सहकारिता प्रासंगिक है। सहकारिता आंदोलन के कार्यकर्ताओं को देखना होगा कि जल्द से जल्द हमें अपने दोष को सहकारिता आंदोलन (cooperative movement) से मुक्त करने की आवश्यकता है। एक जमाने में महाराष्ट्र के हर जिले में सहकारी बैंक आदर्श हुआ करते थे, आज स्थिति ये है कि केवल 3 बचे हैं। क्यों ? क्या हो गया? हजारों करोड़ों के घोटाले कैसे हो गए ? आरबीआई ने किया ? नहीं आरबीआई ने नही किया।"
उन्होंने कहा, "सरकार आपके साथ खड़ी है और अब सहकारिता आंदोलन को अन्याय नहीं झेलना पड़ेगा, लेकिन इसके लिए इसे बेहतर बनाने की आवश्यकता है, प्रोफेशनल युवाओं को इसमें महत्व देने की आवश्यकता है।"
इसके साथ ही अमित शाह ने सहकारी क्षेत्र के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि देश में चीनी मिल हैं और देश में 31 फीसदी चीनी का उत्पादन सहकारी क्षेत्र करता है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में इसकी भूमिका को भी बताया।
इस दौरान महाराष्ट्र सरकार पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा, "महाराष्ट्र सरकार को राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की आवश्यकता है। ये सहकारिता मंत्रालय को महत्व दें यही चाहता हूँ। आखिर क्यों महाराष्ट्र सरकार सहकारिता मंत्रालय की अनदेखी कर रही है? विट्ठलराव विखे पाटिल एक महान दूरदर्शी थे। शुगर मिल की स्थापना उनके द्वारा की गई जो एक बड़ी प्रेरणा है। ये किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुए हैं। सहकारिता का उद्देश्य रोजगार और व्यापार को बढ़ाना है। हम सहकारी चीनी मिलों का निजीकरण नहीं करेंगे। मैं यहाँ कुछ तोड़ने नहीं जोड़ने आया हूँ।"
अमित ने जोर देकर कहा कि, "यदि महाराष्ट्र सरकार पक्षपाती व्यवहार करेगी तो मैं मूक दर्शक बनकर नहीं बैठूँगा। सहकारिता से जुड़ी समस्याओं के लिए हम कोई समिति नहीं बनाएंगे, बल्कि आप जैसे विदद्वानों के साथ चर्चा करके सुधार लाएंगे।"