कैबिनेट विस्तार के बारे में चर्चा है कि बिहार की नई सरकार में 35 मंत्री होंगे। जिसमें राजद से सबसे अधिक 16, जदयू से 14, कांग्रेस से चार और हिन्दुस्तान अवामी मोर्चा से एक मंत्री होगे। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि किस विभाग की जिम्मेदारी किस दल के पास रहेगी। माना जा रहा है कि राजद नेता तेजस्वी यादव गृह मंत्री पद पर दावा पेश कर सकते हैं।
दूसरी ओर बहुमत परीक्षण की तारीख तय हो गई है। 24 अगस्त को महागठबंधन सरकार फ्लोर टेस्ट में अपना बहुमत साबित करेगी। मालूम हो कि शपथ ग्रहण से पहले नीतीश कुमार ने सात दलों के 165 विधायकों का समर्थन होने की बात कही थी। बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें है। यहां सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों का समर्थन चाहिए। मौजूदा स्थिति में महागठबंधन सरकार के पास 165 विधायकों का समर्थन हासिल होने की बात कही जा रही है।
इधर आज मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने फिर से बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी के उपराष्ट्रपति बनने की इच्छा को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि जो लोग बोल रहे हैं उनको तो कुछ बनाया नहीं, अब उतना बोलें मेरे खिलाफ कि उन्हें फिर से जगह मिल जाए। पटना में नीतीश कुमार ने कहा कि जिसको जो बोलना है वो बोलते रहें। उन्होंने कहा कि अब विपक्ष के लोगों को पूरी मजबूती के साथ एकजुट होकर आगे बढ़ना है।
मालूम हो कि भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बुधवार को आरोप लगाया था कि जदयू नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनना चाहती थी, लेकिन जब भाजपा ने ऐसा नहीं किया तब हो सकता है कि उसी के कारण वे एनडीए से अलग हुए। इस बयान को लेकर पत्रकारों ने जब नीतीश कुमार से पूछा तो उन्होंने कहा कि यह सब बेकार की बाते हैं। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि जो लोग बोल रहे हैं उनको तो कुछ बनाया नही गया है। मेरे खिलाफ बोलने से उन्हें फिर से जगह मिल जाए।
उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें कोई जगह मिली है क्या। अगर कोई सपना है उनका तो वो पूरा करने दें। उन्हें जगह मिल जाए, हमें कुछ नहीं कहना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोग जानते हैं कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में हमलोग कितनी मुस्तैदी के साथ उनके साथ थे। उपराष्ट्रपति के मतदान के बाद हमलोगों की बैठक भी हुई।