Online Fraud Alert: देशभर में धार्मिक यात्राओं, होटल और कैब बुकिंग के नाम पर हो रही ऑनलाइन ठगी को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। नवनीत मित्र की खास रिपोर्ट...
Online Fraud Alert: देश भर में होटल, कैब और केदारनाथ, वैष्णो देवी आदि धार्मिक यात्राओं के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर हो रही धोखाधड़ी पर गृह मंत्रालय सख्त है। भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने जहां जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी से सचेत किया है, वहीं चार मोर्चों पर कार्रवाई तेज की है। दरअसल, अधिकृत वेबसाइट से मिलते-जुलते नामों की वेबसाइट तैयार कर स्कैम हो रहे हैं। फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लेकर गूगल तक पेड विज्ञापनों की वजह से फर्जी वेबसाइट के झांसे में लोग फंस जाते हैं। ऑनलाइन भुगतान होते ही नंबर भी ‘आउट ऑफ रीच’ हो जाते हैं।
सरकार ने गूगल, फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के साथ स्कैम सिग्नल एक्सचेंज की प्रक्रिया तेज की है, ताकि फर्जी विज्ञापनों और लिंक की पहचान की जा सके। अधिक धोखाधड़ी वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर वहाँ प्रवर्तन एजेंसियों की निगरानी बढ़ा दी गई है। साथ ही नकली वेबसाइटों और पेमेंट गेटवे को बंद करने की कार्रवाई भी की जा रही है।
स्कैम सिग्नल एक्सचेंज: नियमित रूप से गूगल, वॉट्सऐप, फेसबुक के साथ स्कैम सिग्नल एक्सजेंच कर कार्रवाई हो रही है।
प्रवर्तन: ज्यादा घटनाओं वाले स्थलों को चिह्नित कर संवेदनशील घोषित कर कार्रवाई होती है।
साइबर गश्त (पेट्रोलिंग): नकली वेबसाइट, विज्ञापनों को पकड़कर उन्हें हटाने की कार्रवाई।
रिपोर्टिंग: राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर संदिग्धों की जांच और रिपोर्टिंग की सुविधा। शिकायत दर्ज होते ही कार्रवाई।
साइबर ठगी से बचने के लिए नीचे दिए गए 5 उपाय बेहद प्रभावी हैं:
1 सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट और ऐप का ही उपयोग करें
बुकिंग, खरीदारी या कोई भी लेनदेन करते समय केवल सरकारी या प्रतिष्ठित कंपनियों की सत्यापित वेबसाइट/ऐप का ही इस्तेमाल करें। URL को ध्यान से जांचें — जैसे .gov.in या कंपनी का असली डोमेन हो।
2 अज्ञात लिंक या कॉल पर क्लिक न करें
ईमेल, SMS, या सोशल मीडिया पर आए अंजान लिंक या QR कोड पर कभी क्लिक न करें। ये फिशिंग अटैक हो सकते हैं, जो आपकी जानकारी चुराने का जरिया बनते हैं।
3 सोशल मीडिया विज्ञापनों से सतर्क रहें
फेसबुक, इंस्टाग्राम, या गूगल पर दिखने वाले सस्ते ऑफर वाले विज्ञापनों से बचें। ये अक्सर फर्जी वेबसाइटों की ओर ले जाते हैं। ऑफर वेरिफाई किए बिना भुगतान न करें।
4 साइबर सिक्योरिटी टूल्स का उपयोग करें
मोबाइल या कंप्यूटर में एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर, फायरवॉल, और सेफ ब्राउज़िंग एक्सटेंशन का प्रयोग करें ताकि फर्जी वेबसाइटें ऑटोमैटिक ब्लॉक हो सकें।
5 संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करें
अगर किसी स्कैम का शिकार हो जाएं या कोई फर्जी लिंक/वेबसाइट दिखे तो तुरंत www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें या 1930 पर कॉल करें।