वैक्सीनेशन की भी मांग
इसके साथ ही वर्तमान स्थितियों को देखते हुए बहुत से अभिभावक और स्कूल के प्रिंसिपल 12 साल से छोटे बच्चों को भी वैक्सीन लगाने की मांग करने लगे हैं।
यह भी पढ़ें – दिल्ली में डरा रही कोरोना संक्रमण की रफ्तार, कल के मुकाबले आज दोगुने से ज्यादा नए केस मिले प्रिंसिपल बोले स्कूलों में बचाव के किए जाएंगे इंतजाम स्कूल के प्रिंसिपलों की मानें तो कोरोना वायरस नए खतरे पैदा कर रहा है, लेकिन पैरेंट्स को यह समझने की जरूरत है कि महामारी के साथ रहने की आदत डालनी होगी।
डीपीएस आरएनआई की प्रिंसिपल पल्लवी उपाध्याय ने कहा कि, संक्रमण का फैलाव फिर से बढ़ना चिंता का विषय है, लेकिन अब कक्षाओं को और ज्यादा टाला नहीं जा सकता। इसके लिए स्कूल में बचाव के इंतजाम किए जा रहे हैं।
कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन
कोरोना के मामलों में इजाफे के चलते स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। सैनिटाइजेशन से लेकर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे बैसिक नियमों का कढ़ाई से पालन होगा।
दिल्ली में कोरोना के हालातों की बात करें तो 23 जून तक 12 से 14 साल के बच्चे जिनका वैक्सीनेशन 16 मार्च को शुरू हुआ था में से 5 लाख 92 हजार 866 बच्चों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है।
वहीं 3 लाख 74 हजार 505 स्टूडेंट्स को टीके की दोनों खुराक दी गई है। वहीं 15 से 17 वर्ष के पात्र छात्र-छात्राओं में से 18 लाख 26 हजार 986 स्टूडेंट्स वैक्सीनेडेट हो चुके हैं।
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