मौजूदा सांसद को लेकर नाराजगी
सबसे पहले मैं आगरा के बालूगंज इलाके में पहुंचा। जहां पर मावा विक्रेता दारा सिंह ने मौजूदा सांसद को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, वे पांच साल में कभी नजर नहीं आए। फिर भी लोग भाजपा के बारे सोच रहे हैं। वह इसलिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण और अनुच्छेद 370 हटाने जैसे ऐतिहासिक कार्य किए हैं। दारा सिंह के बगल में खड़े शक्ति सिंह ने कहा कि वोट तो केवल मोदी के नाम पर पड़ेंगे। फिर भी विपक्ष को स्थानीय विकास के मुद्दों को लेकर उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद पर लगाई लगाम
ऑटो पार्ट्स की दुकान चलाने वाले अमनप्रीत बोले, जिसे वोट डालना होगा, डाल देंगे, लेकिन आगरा की जो समस्याएं हैं, उन पर कोई बात नहीं करता है। कानून व्यवस्था यहां नहीं बची है। पूर्व की सरकारों के समय जो हालात थे वही आज हैं। थोड़ा और आगे बड़ा तो मनीष कश्यप और सत्येंद्र सिंह ने खुलकर तो नहीं बोले, लेकिन इतना जरूर कहा, आगरा में भाजपा आगे दिखाई दे रही है। उसके बाद में बिजली घर चौराहे पर पहुंचा। जहां पर आगरा का दूसरा सबसे बड़ा बस स्टैंड है। यहां से मैनपुरी, इटावा, मथुरा, फर्रुखाबाद जैसे शहरों के लिए बसें जाती हैं। वहां मेरी मुलाकात सोडा वाटर वाले राजू से हुई तो उन्होंने भी कहा कि क्षेत्रीय सांसद से नाराजगी है, लेकिन भाजपा से नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद पर लगाम लगाई है। अगर घर सुरक्षित रहेगा तो विकास अपने आप हो जाएगा। सामान्य वर्ग और ओबीसी वर्ग के कई मतदाताओं ने खुलकर भाजपा के पक्ष में जाने की बात कही। वहीं इस लोकसभा क्षेत्र के दो सबसे बड़े वर्ग अनुसूचित जाति और मुसलमान मतदाता शांत है, जो इस सीट पर निर्णायक वोट बैंक की भूमिका में हैं।
देश में चल रही है ध्रुवीकरण की राजनीति
सब्जी विक्रेता मोहम्मद आजाद ने कहा कि देश में संविधान बदलने की चर्चाएं है। जब संविधान ही नहीं रहेगा तो लोग कैसे जिएंगे। उन्हीं के पास खड़े हकीम कुरैशी ने कहा कि देश में ध्रुवीकरण की राजनीति चल रही है, नेता स्थानीय मुद्दों पर बात नहीं करते हैं। आगरा में यमुना नदी की गंदगी, सड़कों नालियों में पानी की निकासी नहीं होती है। चारों तरफ बदबू का हाल है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। राम मंदिर, हिंदू-मुसलमान के नाम पर चुनाव में प्रचार हो रहा है। लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए। आगरा फोर्ट के सामने चाय की थड़ी लगाने वाले अशोक कुमार ने कहा कि स्थानीय सांसद को लेकर लोगों में नाराजगी है। उन्होंने 5 साल कोई काम नहीं किया। यहां सीधा मुकाबला भाजपा और सपा गठबंधन प्रत्याशी के बीच प्रतीत हो रहा है।
बसपा भी दिखा रही जोर मुकाबला
भले ही भाजपा और सपा प्रत्याशी के बीच नजर आ रहा हो, लेकिन लोगों की बातचीत से ऐसा लगा कि बसपा भी वोटों में अच्छी खासी सेंधमारी कर सकती है। आगरा किले के पीछे अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्र में पहुंचा तो यहां लोग खुलकर तो नहीं बोले, लेकिन इस बार बहुजन समाज पार्टी को मजबूत बताया। ओमवीर ने कहा कि यह जो हमारी कॉलोनी में सड़क देख रहे हैं यह मायावती के शासनकाल में बनी थी, उसके बाद आज तक यहां पर कोई विकास का काम नहीं हुआ। इससे समझ सकते हैं कि हमारा वोट किधर जाएगा। बिजली घर चौराहे पर सैलून में काम करने वाले मनोज से बात की तो उसने कहा कि यहां के लोगों का झुकाव बहुजन समाज पार्टी की ओर दिख रहा है।