लालू के बचाव में उतरे तेजस्वी
प्रधानमंत्री मोदी पर निजी टिप्पणी करके भाजपा और उसके सहयोगी दलों के निशाने पर आए लालू यादव के बचाव में अब उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उतर आए हैं। मंगलवार को अपने पिता का बचाव करते हुए तेजस्वी ने कहा, “भाजपा अपने ‘मोदी का परिवार’ बयान से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। मुझे खुशी है कि लालू जी के शब्दों का बीजेपी पर इतना प्रभाव पड़ा, लेकिन गरीबी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों के बारे में बीजेपी का क्या कहना है? जिसका जिक्र लालू यादव ने किया था। बीजेपी ने उसपर तो कुछ नहीं कहा।”
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किसानों के विरोध प्रदर्शन को क्यों कुचल दिया?
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर पीएम मोदी पूरे देश को अपने परिवार की तरह मानते हैं, तो उनकी सरकार ने दिल्ली के पास किसानों के विरोध प्रदर्शन को क्यों कुचल दिया। बता दें कि लालू यादव ने पीएम मोदी के सच्चा हिंदू होने पर भी सवाल खड़ा किया था।
इस पर तेजस्वी ने कहा, “लालू जी ने अपनी पोती और मेरी बेटी का हिंदू परंपराओं के अनुसार मुंडन कराया, लेकिन जब प्रधानमंत्री की मां का निधन हुआ तो उन्होंने ऐसा नहीं किया। आखिर पीएम ने अच्छी तरह से स्थापित परंपरा का पालन क्यों नहीं किया? हम एक कट्टर हिंदू परिवार से आते हैं, हमारे घर में एक मंदिर है जहां हर सुबह और शाम को आरती की जाती है।”
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वे कहते हैं कि ‘मोदी का कोई परिवार नहीं’
लालू यादव के इस परिवार वाले बयान पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जब मैं परिवारवाद का विरोध करता हूं और कहता हूं कि यह लोकतंत्र के खिलाफ है और नई प्रतिभाओं को उभरने नहीं देता है, तो वे कहते हैं कि ‘मोदी का कोई परिवार नहीं है’। क्या उनके पास चोरी करने का लाइसेंस है? मैंने ऐसे मुख्यमंत्री देखे हैं जिनके परिवार के 50 सदस्य उच्च पदों पर हैं, क्या यह लोकतंत्र है? वे कहते हैं कि उनकी लड़ाई मोदी की विचारधारा के खिलाफ है। क्या यह एक वैचारिक लड़ाई है? मैं आपको बताऊंगा कि वैचारिक लड़ाई क्या है – वे कहते हैं परिवार पहले, मोदी कहते हैं राष्ट्र पहले।”