
कैश फॉर क्वैरी मामले में फंसी टीएमसी की महिला सांसद महुआ मोइत्रा ने 7 नवंबर को होने वाली एथिक्स कमेटी की बैठक से पहले भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट लिख कर दावा किया कि भाजपा की केंद्र सरकार उनके खिलाफ आपराधिक मामले की साजिश रच रही है। इसी के साथ ही उन्होंने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर मशहूर उद्योगपति गौतम अडानी पर 1,30,000 करोड़ रुपये के कोयला घोटाला करने का आरोप लगाया है।
एथिक्स कमेटी ने 7 नवंबर को बुलाई है अगली बैठक
कैश फॉर क्वैरी मामले की जांच कर रही एथिक्स कमेटी ने मंगलवार को दूसरी बैठक बुलाई है। इससे पहले हुई बैठक के दौरान महुआ ने कमेटी के अध्यक्ष और भाजपा सांसद विनोद सोनकर के खिलाफ आपत्तीजनक सवाल पूछने का आरोप लगाया था। इसके बाद महुआ के समर्थन में बसपा और कांग्रेस के सांसदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया था। हालांकि बाद में भाजपा सांसदों ने इसे सवालों से बचने का तरीका बताया था।
मेरे खिलाफ आपराधिक मामले की साजिश रच रही भाजपा - महुआ
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट कर टीएमसी सांसद ने लिखा कि वह यह जानकर हिल गई हैं और कांप रही हूं कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) उनके खिलाफ आपराधिक मामले की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी केंद्रीय एजेंसियों को सबसे पहले 1,30,000 करोड़ रुपये के कोयला घोटाले में अडानी समूह की मिलीभगत की जांच शुरू करनी चाहिए।
अडानी के खिलाफ जांच करें ED और CBI
एक्स पर एक पोस्ट में मोइत्रा ने कहा कि मैं भाजपा की कार्रवाई का स्वागत करेने के लिए तैयार हूूं। मैं सिर्फ यह जानती हूं कि 1,30,000 करोड़ रुपये के कोयला घोटाले में सीबीआई और ईडी को अडानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की जरूरत है, इससे पहले कि वे सवाल करें कि मेरे पास कितने जोड़े जूते हैं।
मेरे पास सब कुछ ब्लैक एंड व्हाइट में है
महुआ ने यह भी कहा कि उनके पास एथिक्स कमेटी के रिकॉर्ड की शब्दशः कॉपी है जो वहां उनके सामने आए घटिया और अप्रासंगिक सवालों को दर्शाता है। उन्होंने कहा, 'साथ ही बीजेपी - इससे पहले कि आप फर्जी कहानी के साथ महिला सांसदों को बाहर निकालें, याद रखें कि मेरे पास एथिक्स कमेटी में रिकॉर्ड की सटीक कॉपी है। अध्यक्ष के घटिया अप्रासंगिक सवाल, विपक्ष का विरोध, मेरा विरोध - सब कुछ ब्लैक एंड व्हाइट में है।'
महुआ ने एथिक्स कमेटी पर लगाए थे आरोप
पहली बैठक 2 नवंबर को हुई थी। पूछताछ के कुछ देर बाद महुआ मोइत्रा आचार समिति के विपक्षी सदस्यों के साथ अचानक बैठक से बाहर चली गई थीं। उन्होंने समिति के अध्यक्ष पर उनसे व्यक्तिगत और अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगाया था। जबकि समिति अध्यक्ष विनोद सोनकर का कहना था कि महुआ जवाब देने के बजाय असंसदीय शब्दों का प्रयोग करने लगी थीं।
Published on:
06 Nov 2023 04:27 pm
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