
उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं। तभी से माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। पहले कई मामलों में सजा उसके बाद माफिया की काली कमाई का पता लगा उसे कुर्क करने से मुख्तार की कमर टूटती जा रही है। अब आयकर विभाग की पूछताछ में उसके करीबी गणेशदत्त मिश्रा ने बताया है कि उसने अपनी काली कमाई से सिर्फ जनपद और प्रदेश ही नहीं, अन्य राज्यों में 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों खरीदी है। विभाग अब इन संपत्तियों का पता लगाकर उसे कुर्क करने की तैयारी कर रही है।
ऑपरेशन पैंथर के तहत हो रही कार्रवाई
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस और कई केंद्रीय एजेंसियां इस समय मुख्तार और उसके गैंग के लोगों के खिलाफ मिशन मोड में कार्रवाई कर रही है। उसके अवैध कब्जे को ऑपरेशन पैंथर के तहत छुड़ाया या कुर्क किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार माफिया ने यूपी के अलावा पंजाब, दिल्ली और अन्य कई राज्यों में करीब 50 बेनामी संपत्तियों खरी है। ये सभी संपत्तियां ज्यादातर गणेशदत्त मिश्रा के नाम से हैं, लेकिन पैसा मुख्तार का है। जांच में इन संपत्तियों के लेन-देन में भी फर्जीवाड़ा पाया गया है।
गैंग के सदस्यों के नाम पर ले रखी है संपत्तियां
अब तक की जांच में पता चला है कि माफिया ने सभी बेनामी संपत्तियां अपने गिरोह के किसी न किसी सदस्य के नाम ले रखी हैं। बीते 20 जून को शहर कोतवाली पुलिस गणेशदत्त मिश्रा को गिरफ्तार कर लखनऊ ले गई और आयकर विभाग को सौंप दिया था। मुख्तार अंसारी के रियल एस्टेट का कारोबार गणेशदत्त मिश्रा ही देखता था। जिले में अब तक उसकी 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।
60 से ज्यादा केस दर्ज है मुख्तार के खिलाफ
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक मुख्तार पर देश के कई राज्यों में 61 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन सब में से अब तक वह सिर्फ छह केसों में ही दोषी ठहराया गया है। छह दिसंबर 2020 को गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस फोर्स ने गणेश के चार मंजिला भवन को ध्वस्त कर दिया था।
मुख्तार का कैशियर कहा जाता है गणेशदत्त
बता दें कि गाजीपुर का रहने वाले गणेशदत्त को मुख्तार का कैशियर कहा जाता है। 12 अक्टूबर 2022 रजदेपुर देहाती में तीन व कपूरपुर मौजा में उसकी एक संपत्ति को कुर्क किया गया था, जिसकी कीमत 14.20 करोड़ रुपये थी। 11 मई को लखनऊ से पहुंची इनकम टैक्स की टीम ने कपूरपुर में गणेशदत्त की दो संपत्ति को कुर्क किया था। इसी मामले में इनकम टैक्स टीम ने गणेशदत्त को कई बार नोटिस जारी किया था। इस बेनामी संपत्ति के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया, उसका भी गणेशदत्त ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद गैर जमानती वारंट जारी होने पर शहर कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया गया।
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Published on:
12 Jul 2023 01:40 pm
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