राष्ट्रीय

MCOCA समेत 20 मामलों के अपराधी को मिली बेल, जेल से बाहर आते ही लगाई अपराधों की झड़ी, मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार

जमानत मिलने के बाद भी शिवा अमोगम शेट्टी ने अपराध करना बंद नहीं किया। जनवरी से अब तक वह 11 अलग-अलग मामलों में शामिल रहा है। आरोपी को नवी मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जहां उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।

2 min read
May 31, 2025
भांडुप में 31वीं मंजिल से गिरकर छात्रा की मौत (File Photo)

मुंबई क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को 29 वर्षीय शिवा अमोगम शेट्टी को फिर से गिरफ्तार किया है। उस पर महाराष्ट्र नियंत्रणित संगठित अपराध अधिनियम (MCOCA) समेत कुल 20 संगठित अपराधों के आरोप दर्ज हैं। शिवा को इस साल जनवरी में दो साल की कैद के बाद जेल से रिहा किया गया था।

जमानत मिलने के बाद से 11 अलग-अलग अपराधों में शामिल

जमानत मिलने के बाद भी शिवा अमोगम शेट्टी ने अपराध करना बंद नहीं किया। जनवरी से अब तक वह 11 अलग-अलग मामलों में शामिल रहा है। आरोपी को नवी मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जहां उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।

पुलिस को सूचना मिली, कलवा से गिरफ्तार किया गया

मुंबई क्राइम ब्रांच (यूनिट VII) के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें आरोपी की जानकारी मिली थी। शिवा अमोगम शेट्टी कंजुर्मार्ग का निवासी है और जेल से रिहा होने के बाद एक अलग पहचान लेकर कलवा में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था। पुलिस ने उसे कलवा से गिरफ्तार कर हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि जनवरी में जेल से रिहा होने के बाद से वह 11 मामलों में शामिल था। इनमें से कई मामले नवी मुंबई में दर्ज थे, इसलिए उसे नवी मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया।

आरोपी ने पुलिस को रिपोर्ट करना बंद किया था

इस साल जनवरी में विशेष MCOCA कोर्ट ने उसे जमानत दी थी, जिसमें स्थानीय पुलिस थाने में नियमित रिपोर्ट करने की शर्त थी। शुरुआत में आरोपी पुलिस को रिपोर्ट करता रहा, लेकिन बाद में उसने यह बंद कर दिया।

दो पुलिस कांस्टेबलों पर हमला भी किया

पुलिस के मुताबिक, पुराने मामले मुंबई में होने के कारण आरोपी ने ठाणे, मीरा रोड, नवी मुंबई और पालघर जैसे इलाकों को अपना निशाना बनाया था। वह पूर्वी उपनगरों में आतंक का राज कायम कर चुका था। जनवरी 2022 में उसके गुर्गों ने दो पुलिस कांस्टेबलों पर हमला भी किया था, जब वे उसे गिरफ्तार करने गए थे। उसके खिलाफ कड़ी MCOCA धाराएं लगाई गईं, जिनके तहत जमानत पाना बेहद मुश्किल होता है।

क्राइम ब्रांच अधिकारी का बयान

एक अधिकारी ने कहा, 'इस साल की शुरुआत में उसे जमानत दी गई थी। शुरुआत में वह कुछ महीनों तक स्थानीय पुलिस थाने में रिपोर्ट करता रहा, लेकिन फिर अचानक रिपोर्ट करना बंद कर दिया। हमें शक हुआ कि वह कुछ गलत कर रहा है। जब वह अपने घर पर नहीं मिला, तो हम उसे ढूंढ़ने लगे।'

Published on:
31 May 2025 09:05 am
Also Read
View All

अगली खबर