हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 प्रचार जोरों पर है। मंडी में 'विजय संकल्प रैली' में पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता के सामने कांग्रेस की पोल खोली। और जनता से निवेदन किया कि, मुझे सेवा का मौका दें। मैं आप से वादा करता हूं कि विकास करने से कभी पीछे नहीं हटूंगा।
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के तहत मंडी में 'विजय संकल्प रैली' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहाकि, कांग्रेस ने हमेशा यहीं सोचा कि यह छोटा राज्य है। जहां से 3-4 सांसद आते हैं। इनकी देश की राजनीति में हैसियत ही क्या है। इसी वजह से कांग्रेस ने हिमाचल के विकास को कभी भी प्राथमिकता नहीं दी और हिमाचल लगातार पीछे होता चला गया। बीच-बीच में यहां BJP की सरकार बनी तो कुछ काम आगे बढ़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि, आजादी के बाद कांग्रेस ने बहुत लंबे समय तक हिमाचल पर शासन किया है। कांग्रेस के लिए सरकार में आना, सरकार में रहना, राज-पाट चलाने जैसा ही रहा है। हिमाचल में, पहाड़ी राज्यों में तो कांग्रेस दशकों तक तरसाओ, लटकाओ-भटकाओ की नीति पर चली है।
प्रधानमंत्री अपनी यादें ताजा की
मंडी की जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि, मुझे कुछ दिन पहले ही मंडी आना था लेकिन मौसम अचानक खराब हो गया था तब मैंने आपको वर्चुअली संबोधित किया था। उसी समय मैंने ठान लिया था कि जब भी हिमाचल में चुनावी रैलियां शुरू होंगी सबसे पहले मैं मंडी जाऊंगा और आपसे क्षमा मांगूंगा।
जनता से प्रधानमंत्री मोदी ने मांगा समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहाकि, आपने मुझे दिल्ली में बैठाया है। मैं आपके लिए कुछ करना चाहता हूं। पिछले 5 साल से करना चाहता हूं और आगे भी करना चाहता हूं। मुझे सेवा का मौका दोगे ना, और मैं आपको वादा करता हूं कि मैं आपके लिए जितना कर सकता हूं, कभी पीछे नहीं हटूंगा।
हिमाचल में स्थिर सरकार जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि, जब भारत अपनी आजादी के 100 साल बनाएगा, तो उसी के आस-पास हिमाचल भी अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करेगा। इसलिए अगले 25 साल का कालखंड बहुत ही अहम है। अमृत काल के इन वर्षों में हिमाचल में तेज विकास जरूरी है, स्थिर सरकार जरूरी है।
भाजपा यानी स्थिरता - प्रधानमंत्री
मंड़ी की जनता की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि, मुझे खुशी है कि यहां के लोग इस बात को बहुत अच्छी तरह से समझ रहे हैं। वो जानते हैं कि भाजपा यानी स्थिरता, सेवा भाव, सम्भाव और विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।