इस खुलासे के अनुसार यह हिंसा पूर्व प्रायोजित थी। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से 12 लोग रांची पहुंचे थे। जिन्होंने लोगों को भड़काया। सहारनपुर से पहुंचे लोगों ने कौम का हवाला देकर रांची के स्थानीय लोग और खासकर युवाओं को भड़काया। जिसके बाद लोगों ने गुस्से में आकर पुलिस पर पथराव के साथ-साथ वाहनों में आगजनी भी की।
पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने दी जानकारी-
बताया जा रहा है सहारनपुर से पहुंचे इन लोगों ने मुस्लिम युवाओं को प्रदर्शन करने और हिंसा के लिए उकसाया था। बता दें कि रांची हिंसा की जितनी तस्वीरें और वीडियो सामने आई है, उसमें अधिकांश प्रदर्शनकारी युवा दिख रहे हैं। सहारनपुर से पहुंचे लोगों ने इसी वर्ग के लोगों को फोकस कर माहौल में जहर घोला। पुलिस के बड़े अधिकारियों ने ये जानकारी दी।
मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन-
अब जबकि रांची हिंसा के तार सहारनपुर से जुड़ चुकी है, तो रांची पुलिस सहारनपुर के लोगों की पहचान में जुटी है। दूसरी ओर मामले की जांच क लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मामले की जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी का गठन भी किया जा रहा है। जो सात दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट सबमिट करेगी।
राजधानी के छह थाना क्षेत्रों से हटाया गया कर्फ्यू-
दूसरी ओर माहौल शांत होने पर रांची के छह थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। डीसी छवि रंजन ने बताया कि अब डेली मार्केट समेत छह थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू रहेगी। रांची के छह थानों डेली मार्केट, कोतवाली, हिंदपीढ़ी, डोरंडा, लोअर बाजार और एक अन्य थाना क्षेत्र में अगले आदेश तक 144 लागू रहेगा। पहले राजधानी के 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगायी गयी थी।
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मामले में दर्ज हुए 25 केस, 22 उपद्रवियों की हुई पहचान-
रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में अभी तक 25 एफआईआर विभिन्न थानों में दर्ज की गई है। पुलिस अपनी छानबीन कर रही है। 22 उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है।पुलिस जल्द ही सभी पर कानूनी कार्रवाई करेगी। दूसरी ओर घटना के तीसरे दिन आज रविवार को स्थिति सामान्य है। दुकानें खुल गयी हैं।