होम लोन की दरें 9 फीसदी के करीब बने रहने का अनुमान
होम लोन लेकर घर खरीदने वाले लोग लंबे अरसे से ऊंची ब्याज दरों के बोझ तले पिस रहे हैं। ब्याज दर में कटौती का चक्र शुरू होने में अभी और कितना वक्त लगेगा, यह कहना मुश्किल है। हर दो महीने बाद रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी की समीक्षा (एमपीसी बैठक) ब्याज दरों में राहत मिलने की उम्मीदों पर पानी फेर देती है। विशेषज्ञों का कहना है कि होम लोन की दरें 9त्न के करीब लंबे समय तक बने रहने के आसार हैं।ऐसे कम करें ईएमआई का बोझ
- अपने बेहतर क्रेडिट स्कोर को देखते हुए बैंक से अपने मौजूदा होम लोन की दर कम करने के लिए कह सकते हैं या नए विकल्प तलाश सकते हैं।
- अगर मौजूदा बैंक ब्याज दर कम करने को तैयार नहीं होता तो बेहतर रेट ऑफर करने वाले दूसरे बैंक के पास लोन ट्रांसफर करा सकते हैं।
- अगर फक्स्ड रेट पर लोन लिया है तो आशंका है कि आप बहुत अधिक ब्याज भर रहे हैं, इसे फ्लोटिंग रेट में बदलने के लिए बैंक से कहें।
- फ्लोटिंग रेट होम लोन में बिना किसी पेनाल्टी प्री-पेमेंट करने की सुविधा होती है, ऐसा करके आप ईएमआइ कम कर सकते हैं या लोन टेन्योर घटा सकते हैं।
- अगर होम लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) से लिंक्ड नहीं है तो इसे तुरंत लिंक कराएं।
दो साल में इतना बढ़ा लोन का बकाया
लोन 2021-22 2023-24 इजाफाहोम लोन 17.26 27.23 57.7 प्रतिशत
क्रेडिट कार्ड 1.55 2.57 66.3 प्रतिशत
एजुकेशन लोन 0.82 1.20 44.3 प्रतिशत
ऑटो लोन 4.02 5.89 46.3 प्रतिशत
गोल्ड लोन 0.74 1.03 37.5 प्रतिशत
पर्सनल लोन 9.05 13.88 53.1 प्रतिशत
(बकाया लोन की राशि लाख करोड़ रुपए में)
किस सेक्टर को कितना कर्ज
सेक्टर कुल बकाया बढ़ोतरीसर्विस सेक्टर 45.90 46.9 प्रतिशत
एमएसएमई 10.31 29.1 प्रतिशत
बड़ी कंपनियां 26.51 10.3 प्रतिशत
एग्रीकल्चर 20.75 38.6 प्रतिशत
रियल एस्टेट 4.48 50.7 प्रतिशत
(राशि लाख करोड़ रुपए में, पिछले दो साल में बढ़ा लोन का बकाया)