दुनियाभर में स्‍टेल्‍थ वेरिएंट के कारण चिंता बढ़ गई है। चीन हो या अमेरिका या कोरिया हर जगह इस वेरिएंट के कारण कोरोना के मामलों में भारी उछाल देखने को मिला है। ऐसे में ये भारत के लिए कितना खतरनाक है?
दुनियाभर में एक बार फिर से कोरोना का प्रकोप बढ़ने लगा है। ओमिक्रॉन के स्टील्थ वैरिएंट ने फिर से दुनियाभर के देशों की चिंता बढ़ा दी है। अमेरिका, ब्रिटेन और चीन में ओमीक्रॉन का नया सब वैरिएंट स्टील्थ कहर बरपा रहा है। भारत में अब कोरोना के मामले कम हो रहे हैं और उम्मीद की जा रही थी कि जल्द ही देश को कोरोना से छुटकारा मिल जाएगा परंतु इस नये सब वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है।
WHO ने चेताया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की अधिकारी मारिया वैन केरखोव ने दुनिया के कई बड़े देशों को आगाह किया है कि वो कोरोना को हल्के में न लें ये खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन का नया सब वैरिएंट स्टील्थ ओमिक्रॉन से भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है।
अमेरिका और यूरोप के कई देशों में बढ़े मामले
बता दें कि जर्मनी में शुक्रवार को तीन लाख कोरोना के मामले दर्ज किये गए थे। वहीं, इटली में एक दिन में कोरोना के तकरीबन डेढ़ लाख नए मामले दर्ज किये गए। वहीं, फ्रांस में शुक्रवार को एक लाख से अधिक नए कोरोना के मामले सामने आने से हड़कंप मच गया। बात करें ब्रिटेन की तो यहाँ पिछले एक सप्ताह में कोरोना के 4.2 मिलियन मामले सामने आ चुके हैं। अमेरिका में प्रतिदिन औसतन 28600 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं।
भारत के लिए कितना खतरा?
भारत में वर्तमान में कोरोना से थोड़ी राहत की स्तिथि देखने को मिली है। अभी कुल सक्रिय मामले 16187 हैं जबकि रिकवरी रेट 98.75 पहुंच गया है। ओमीक्रॉन के नए सब वैरिएंट स्टील्थ के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत के हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन का प्रभाव भारत में कम रहा है। ऐसे में हम उम्मीद कर सकते हैं कि ओमिक्रॉन के नए सब वैरिएंट स्टील्थ का भी देश में कोई बड़ा प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से सभी तरह की सावधानी बरतने के लिए कहा है क्योंकि कोरोना का खतरा पूरी तरह से टला नहीं है।