Tej Pratap Yadav on Thakur Controversy: ठाकुर-ब्राह्मण विवाद में अब बिहार सरकार में मंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की भी एंट्री हो चुकी है। एक वीडियो जारी कर उन्होंने क्षत्रिय पर निशाना साधा है।
Tej Pratap Yadav on Thakur Controversy: पार्लियामेंट के स्पेशल सेशन के दौरान महिला राज्यसभा में RJD सांसद मनोज झा ने मशहूर कवि ओमप्रकाश बाल्मीकि द्वारा रचित एक कविता का पाठ किया जिसका शीर्षक 'ठाकुर का कुआं' था। कुछ दिन मामला शांत रहा फिर अचानक से RJD विधायक चेतन आनंद ने इस कविता को लेक फेसबुक पर एक पोस्ट कर तीखी प्रतिक्रिया दी। इसके बाद उनके पिता आनंद मोहन ने भी मनोज झा को निशाने पर लेते उए कहा कि उस दिन अगर मैं राज्यसभा में होता तो मनोज झा की जीभ खींचकर आसन की ओर उछाल देता। अब इस मामले पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मनोज झा पर चौतरफा हमला हो रहा है लेकिन उनकी पार्टी उनके साथ है। इसी बीच लालू यादव के बड़े लाल और नीतीश कैबिनेट में मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी इस विवाद पर एक वीडियो शेयर करते हुए राजपूत जाति पर निशाना साधा है।
क्या लिखा तेज प्रताप ने
तेजप्रताप यादव ने आज शुक्रवार को अपने X (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया जो महाभारत काल में अर्जुन और ब्राह्मण के बीच हुए संवाद से जुड़ा हुआ है। इसमें उन्होंने लिखा, "क्षत्रिय ब्राह्मण के रक्षा हेतु अपने प्राण तक न्योछावर कर देते हैं इसका उदाहरण वेद, पुराण और हमारा इतिहास गवाह है कि जब भी ब्राह्मण पर कोई संकट आई है क्षत्रिय सदैव सबसे पहले आगे रहे हैं और आजकल के क्षत्रिय बस जाति के नाम पर दिखावा करते हैं।"
कल कहा था- हम बस एक ठाकुर को जानते हैं
कल जब तेज प्रताप यादव अपने काफिले के साथ कहीं जा रहे थे तब पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया और ठाकुर-ब्राह्मण विवाद पर सवाल पूछने लगे। पत्रकारों ने कहा सुनने को यह मिल रहा है कि लालू यादव के इशारे पर ठाकुरों को अपमानित करवाया जा रहा है, इस पर आपका क्या कहना है? तो इसके जवाब में तेज प्रताप ने कहा "जाकर नरेंद्र मोदी से पूछ लीजिए, कौन किसको क्या कहता है। लालू यादव के इशारे पर ये बस चीजें नहीं होती हैं। भाजपा RSS की उपज है, RSS की उपज नाथूराम गोडसे से हुई थी। नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी, ये हत्यारों की पार्टी है। मैं ये खुलेआम बोलता हूं और किसी से डरता नहीं हूं। मैं ये खुलेआम बोलता हूं और किसी से डरता नहीं हूं। मैं सिर्फ एक ही ठाकुर को जानता हूं, मैं उस भगवान का भक्त हूं। इसके अलावा सब इंसान हैं। वह है इंसानियत का अपना धर्म, यह धर्म सबसे बड़ा होता है और सबसे महान भी। ठाकुर और ब्राह्मण के बीच सब इंसान ही हैं और हम सिर्फ इंसानियत देखते हैं।''