
बिहार में पुल गिरने की घटनाएं थम नहीं रही हैं। एक घटना की चर्चा खत्म भी नहीं हो पाती है कि दूसरा पुल गिर जाता है। पिछले दस दिनों में चार पुल गिर चुके हैं। इसमें अब किशनगंज का भी नाम जुड़ गया है। यहां 70 मीटर लंबा पुल का खंभा पूरी तरह से ढह गया है। कनकई और महानंदा नदी को जोड़नी वाली सहायक नदी पर बने इस पुल को पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से बंद करा दिया है। इसके कारण अब दोनों क्षेत्र के लोग परेशान हो रहे हैं।
किशनगंज के डीएम तुषार सिंगला ने बताया है कि 25 लाख रुपए की लागत से करीब 70 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा यह पुल 2011 में बनाया गया था। नेपाल में हुई बारिश के कारण जलस्तर बढ़ गया है। इसके कारण पुल का खंभा गिर गया है। पुल पर आवाजाही बंद करा दी गई है। आगे की कार्रवाई के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। 2017 में भी यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था।
गौरतलब है कि पिछले दस दिनों से पुल गिरने का एक सिलसिला चल रहा है। 18 जून को अररिया में, 22 जून को सिवान में और 23 जून को मोतिहारी में पुल गिर गया था। 27 जून को चौथा पुल अब किशनगंज में गिर गया है। पुल गिरने के पीछे सबसे बड़ी वजह काम में की गई कमी और निर्माण में भ्रष्टाचार को माना जा रहा है।
Published on:
28 Jun 2024 11:58 am
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
