नीमच. अखिल भारतीय रूद्राक्ष महासभा के तत्वावधान में शासकीय बालक उमावि क्रमांक 2 परिसर में रूद्राक्ष महाअभिषेक के तीसरे दिन सोमवार को विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों से रूद्राक्ष से बने महाशिवलिंग व छोटे छोटे शिवलिंगों का अभिषेक किया गया। इस दौरान ओम रूद्राक्ष नम: से पांडाल गूंज उठा। इस अवसर पर विशाल पांडाल में करीब २५० जोड़े एक साथ बैठकर अभिषेक कर रहे थे।
करीब 5 लाख 11 हजार रूद्राक्ष से बने शिवलिंग का वैदिक मंत्रोंच्चार व विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों व अभिषेक के साथ पूजन-पाठ किया जा रहा है। सोमवार सुबह 9 बजे महामंडलेश्वर सुरेशानंद सरस्वती के सानिध्य में विशाल शिवलिंग की पूजन के साथ रूदाक्ष अभिषेक शुरू हुआ। इस दौरान अभिषेक में बैठे यजमानों ने 21 प्रकार की वनस्पतियों द्वारा अभिषेक पूजन किया । करीब 3 घंटे पूजन के बाद रूद्राक्ष भगवान की महाआरती हुई। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक तुषारकांत विद्यार्थी भी मुख्य रूप से उपस्थित हुए। उन्होंने भी पूजन में भाग लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक अभा मेनारिया ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जसराज मेहता द्वारा अतिथि के रूप में शामिल हुए एसपी विद्यार्थी के हाथों अभिषेक पूजन में बैठी महिला श्रद्धालुओं को साड़ी वितरित करवाई गई।
अभिषेक पूजन के बाद महामंडलेश्वर सुरेशानंद सरस्वती ने कहा कि शास्त्रों में लिखा है कि वनस्पति का पूजन मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है और रूद्राक्ष ही वनस्पति है। वनस्पति पूजन से पितृ भी तृप्त रहते है। यह एक दिव्य वनस्पति है। इसे
शिव का अंश माना जाता है। अनंतकाल से ऋषि मुनि, पुराण पुरूष सभी रूद्राक्ष धारण करते थे परंतु बीच में ऐसा समय आया कि हम यह परंपरा व रूद्राक्ष धारण करना भूल गए। इसी के चलते यह विशाल आयोजन किया जा रहा है। ताकि फिर से हर व्यक्ति को रूद्राक्ष का महत्व बताते हुए धारण करवाया जाए। इस अवसर पर विधायक दिलीपसिंह परिहार, सुचित्रा परिहार, राकेश भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
आज होगी भारत माता की आरती
रूद्राक्ष महाभिषेक आयोजन समिति के सचिव राजू नागदा कानाखेड़ा ने बताया कि 24 अप्रैल को सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक 108 जड़ी बूटियों द्वारा अभिषेक होगा। साथ ही शाम 7.30 बजे से बाबा सत्यनारायण मोर्य की मुख्य उपस्थिति में भारत माता की विशाल आरती की जाएगी। उन्होंने बताया कि सोमवार को करीब २५० जोड़ों ने अभिषेक किया।
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