राजस्थान में इन जीवों पर रहेगी खास नजर
गोडावण, बाघ, पैंथर, चिंकारा, हिरण झुंझुनूं@पत्रिका. वैशाख पूर्णिमा पर वन्यजीव गणना 23 मई को सुबह आठ बजे से 24 मई को सुबह आठ बजे तक होगी। इस दौरान वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जिले में 66 केन्द्रों(वाटरहॉल्स) पर वन्य जीवों की गणना करेंगे। इसके लिए वाटर हॉल्स चिन्हित कर लिए गए हैं। उप वन संरक्षक बीएल नेहरा ने बताया कि जिले में वन्यजीणों की गणना की पूरी तैयारी कर ली गई है। कई जगह कैमरों से भी निगरानी की जाएगी।
दो साल पहले थे नौ पैंथर, इस बार संख्या बढ़ेगी
आखिरी वन्य जीव गणना वर्ष 2022 में हुई थी। 2023 में वन्य जीवों की गणना ही नहीं कराई गई। वर्ष 2022 में जब वन्य जीवों की गणना हुई थी तब खेतड़ी व उदयपुरवाटी में पैंथरों की दहाड़ सुनाई दी गई थी। दोनों जगह कुल नौ पैंथर दिखाई दिए थे। इसके बाद इनका कुनबा बढ़ा है। कई मादा पैंथर बच्चों को जन्म दे चुकी। इसके अलावा रेस्क्यू किए गए कई पैंथरों को भी खेतड़ी व उदयपुवाटी में छोड़ा गया है। ऐसे में तय है कि पिछली बार से ज्यादा पैंथर नजर आएंगे।
यह नजर आए थे पिछली बार
पिछली गणना में खेतड़ी-बांशियाल क्षेत्र के उसरिया के नीमलाजोहड़ में लगाए गए ट्रैप कैमरे में पैंथर की तस्वीरें कैद हुई थी। वन्यजीव गणना में क्षेत्र में पैंथर 4, सियार 910, जरख 42, जंगली बिल्ली 97, मरु बिल्ली 11, बिल्ली 67, लोमड़ी 249, मरु लोमड़ी 5, भेडिय़ा 2, बिज्जू 68, नीलगाय 1945, चिंकारा 239, सेही 133, मोर 2113, साण्डा 13, काला तीतर 912 सहित 6851 वन्यजीव मिले थे। उदयपुरवाटी क्षेत्र के मनसा माता, पौंख, खोह, कोट बांध और भोजगढ में रात्रि में पेंथर देखे गए थे। गणना में पैंथर 5, गीदड़ 60 नर व 141 मादा, जरख नर 10 व मादा 20, भेडि़या 8 नर व 15 मादा, सांभर 4 नर व 10 मादा तथा 150 मोर 283 मोरनियां देखी गई।
इस बार 2024 में कहां कितने केन्द्र बनाए
झुंझुनूं 14 चिड़ावा 8 नवलगढ़ 7 खेतड़ी 20 उदयपुरवाटी 17 कुल 66