यह हिदायत आपकाे यूं ही नहीं दी जा रही है। दरअसल जून से लेकर नवंबर तक दिल्ली रेलवे के पास 100 से अधिक ऐसे मामले ऐसे सामने आए हैं जिनमें कथित दलालों ने फर्जी टिकट यात्रियाें काे थमा दिए गए। रेलवे सूत्रों के अनुसार दलाल विंडो पर बेचे गए टिकटों का डाटा चाेरी करके उनके आधार पर कॉपी टिकट बना लेते हैं। ऐसा हाेने पर अक्सर चलती ट्रेन में एक ही सीट के दाे-दाे दावेदार भी सामने आए हैं।
कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें सीट कन्फर्म हाेने के बाद जब यात्री ट्रेन में सवार हाेता है ताे उसे पता चला कि उसका टिकट कैंसिल हाे चुका है। ऐसे मामलों की झानबीन में पता चला कि एजेंट ने बुकिंग करते समय टिकट साइट पर अपना नंबर फीड कर दिया और यात्री से पैसे लेने के बाद टिकट कैंसिल करते हुए पैसा रिफंड मंगा लिया।
इस तरह ट्रेन के टिकट में तरह-तरह के फ्रॉड सामने आ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि जब आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं ताे अपने टिकट की जांच कर लें। इसके लिए अपने पीएनआर नंबर की रेलवे की ऑनलाइन साइट पर टिकट काे चेक करें और फिर यात्री का नाम और उम्र भी जांच करें। अगर आपकाे ऑनलाइन चेक करना नहीं आता है तो ट्रेन के पहुंचने से पहले ही टीटीई से अपने टिकट की जांच करा लें। फर्जी टिकट के अधिकांश मामलों में नाम और उम्र के साथ-साथ एड्रेस अलग-अलग मिले हैं ऐसे में जांच करते समय नाम और एड्रेस की जांच करना जरूरी है।