यह भी पढ़ें- कोरोनाः सब्जी खरीदते वक्त तीन बातें न भूलें, वरना पड़ सकता है भारी नवरात्रि व्रत के दौरान कुट्टू के आटे की बने व्यंजन खाने का चलन है। नवरात्रि में कुट्टु के आटे के परांठे, कचोड़ी और पकौड़ी दही या चटनी के साथ खाना आम है। कुट्टू के आटे में कई गुण होते हैं, जिसके चलते इसे काफी पसंद किया जाता है। कुट्टू के आटे को अंग्रेजी में बक्वीट के नाम से जाना जाता है। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो कुट्टू के आटे में भरपूर प्रोटीन के साथ प्रचुर मात्रा में विटामिन बी, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्निशियम, फॉलेट, कॉपर और फासफोरस पाया जाता है, जो उक्त रक्तचाप से लेकर कोलेस्ट्रोल तक को कंट्रोल करने में सहायक है। लेकिन, आजकल ज्यादे मुनाफे के लिए बाजार में नकली कुट्टू का आटा भी बेचा जा रहा है, जिसे खाने से अच्छा-खासा व्यक्ति बीमार पड़ सकता है। बता दें कि नकली आटा खाने से कई जगह से बीमार होने की खबरें भी आ रही हैं।
इस तरह घर में आसानी से खुद बनाएं कुट्टू का आटा अब सवाल यह उठता है कि नकली कुट्टू के आटे की पहचान कैसे की जाए तो हम आपकों बता देंते हैं कि इसकी पहचान करना आसान नहीं है। इसलिए हाे सके बाजार से कुट्टू खरीदकर मिक्सी में आप खुद ही आटा तैयार कर सकते हैं। हालांकि कुट्टू से आटा निकालने में काफी लग सकता है। अगर आपके पास इतना समय नहीं है तो आप बाजार से कुट्टू की गिरी खरीद सकते हैं, जो कुट्टू से थोड़ी महंगी होती हैं। इन्हें घर लाकर मिक्सी में आसानी से एक बार में ही पीसा जा सकता है। इसके साथ ही विशेषज्ञों का कहना है कि एक महीने से पुराना आटा नहीं खाना चाहिए। पुराना आटा खाने से आप बीमार हो सकते हैं।