बता दें कि हर्षवर्धन भदौरिया यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती होने के बाद 2003 में उन्हें नोएडा प्राधिकरण में तैनाती मिली थी। यहां नौकरी के दौरान भदौरिया की संपत्ति में तेजी से इजाफा हुआ है। शिकायत के बाद एंटी करप्शन ब्रांच मेरठ ने भदौरिया की संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि 1 जनवरी 2003 से 29 मई 2017 तक पूर्व डीएसपी के वेतन से कुल शुद्ध आय 83 लाख रुपए थी। जबकि इस अवधि में पूर्व डीएसपी ने संपत्ति खरीदने पर करीब 10 करोड़ 63 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किए हैं। उनकी की आय से 12 गुना ज्यादा संपत्ति में इजाफा हुआ।
एंटी करप्शन ब्रांच को भदौरिया की कई अन्य स्थानों पर बेनामी संपत्ति होने की आशंका है। हर्षवर्धन भदौरिया की सेक्टर-47 में आलीशान कोठी के साथ नोएडा के कई इलाकों में भी संपत्ति है। एक प्राइवेट स्कूल भी चल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नोएडा के विभिन्न इलाकों में अब भी पूर्व डीएसपी की कई दुकानें चल रही हैं, जिसका लाखों रुपए में किराया मिलता है। अब अफसर इसकी जांच कर रहे हैं।
प्राधिकरण में डीएसपी के तौर पर तैनात रहे हर्षवर्धन सिंह भदौरिया को स्टोर पर्चेजिंग का अधिकार, पार्किंग और अतिक्रमण हटाने का काम सौंपा गया। ये तीनों विभाग भदौरिया के लिए दुधारू साबित हुए। एंटी करप्शन टीम के सूत्रों के मुताबिक, आरोप है कि भदौरिया की तैनाती के दौरान अवैध पार्किंग का धंधा बड़े पैमाने पर पनपा था। शहर में जगह-जगह अपने खास लोगों के नाम पार्किंग के टेंडर आवंटित कराकर करोड़ों रुपये के वारे-न्यारे किए गए थे।
इसकी वजह से प्राधिकरण को करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ। एनईए के अध्यक्ष का कहना है हर्षवर्धन सिंह भदौरिया के काल में अवैध पार्किंग कारोबार एक कैंसर के रूप में पनपा और जो नोएडावासी को ट्रैफिक की समस्या झेल रहे हैं उसका एक कारण ये अवैध पार्किंग है। उनका कहना है भदौरिया के खिलाफ 1500 से अधिक आरटीआई और शिकायतों दी गर्इं, लेकिन सुनवाई कोई नहीं हुई। मजबूर हो उद्यमियों सकड़ों पर उतर कर आंदोलन करना पड़ा।
सपा सरकार जाते ही मंडराया संकट डीएसपी का प्राधिकरण में ऐसा रसूख था कि कोई भी अधिकारी इसके फैसले के खिलाफ नहीं जा सकता था। जब राज्य में सपा सरकार बदल गई तो उनके ऊपर कार्रवाई के बादल मंडराने लगे। लिहाजा उसने रिटायरमेंट से 4 महीने पहले ही इस्तीफा दे दिया था और वर्ष 2017 में रिटायर होने से 4 माह पहले ही वीआरएस ले ली।
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