जानिये, कौन हैं सपा सांसद सुरेंद्र नागर, जिन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा देकर अखिलेश यादव को दिया बड़ा झटका
खास बातें-
सपा नेता सुरेंद्र नागर ने दिया राज्यसभा सांसद पद व पार्टी से इस्तीफा
लोकसभा चुनाव में डाॅ. महेश शर्मा को हरा चुके हैं सुरेंद्र नागर
सुरेंद्र नागर जल्द ही थाम सकते हैं भाजपा का दामन
नोएडा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दिग्गज नेताओं में शुमार राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर ने अखिलेश यादव को बड़ा झटका देते हुए राज्यसभा सांसद पद और समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के साथ ही कयासों का दौर शुरू हो गया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जल्द ही सुरेंद्र नागर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो उनके साथ ही सपा के एक अन्य राज्यसभा सांसद भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
यहा बता दें सुरेंद्र नागर अब तक तीन राजनीतिक दलों में रह चुके हैं। सबसे पहले वह राष्ट्रीय लोकदल में थे। उस दौरान उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी की मुलायम सिंह सरकार ने उन्हें राष्ट्रीय लोकदल के कोटे से एमएलसी बनाया था। उन्हें सपा ज्वाइन कराने और पहली बार एमएलसी बनाने में नरेश अग्रवाल ने अहम भूमिका अदा की थी। हालांकि बाद में सुरेन्द्र नागर ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया। इसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2009 के लोकसभा चुनाव में गौतमबुद्ध नगर सीट से प्रत्याशी बनाया। उन्होंने मायावती की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा को को हरा दिया और पहली बार गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से सांसद बने।
वहीं 2014 में सुरेंद्र नागर ने बसपा छोड़ सपा का दामन थाम लिया और पार्टी ने उन्हें राज्यसभा सांसद बना दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में अटकलें लगाई जा रही थीं कि सुरेंद्र नागर को गौतमबुद्ध नगर सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। इतना ही नहीं बसपा सुप्रीमो मायावती भी चाहती थीं कि उन्हें सपा-बसपा गठबंधन से प्रत्याशी बनाया गया तो वह भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा को हरा सकते हैं। हालांकि सुरेंद्र नागर ने ऐन मौके पर लोकसभा चुनाव लडऩे से इनकार कर दिया। तभी से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलों का बाजार गर्म हो गया था।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान बसपा नेता वेदराम भाटी और रविकांत मिश्रा समेत कई नेता भाजपा में शामिल हो गए थे। इतना ही नहीं उस दौरान नरेंद्र भाटी के भाई व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बिजेंद्र भाटी ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। वहीं लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सुरेन्द्र नागर को एक बार फिर सपा की नैया डगमगाती नजर आ रही है। लिहाजा सुरेंद्र नागर ने सपा छोड़ दी है। जल्द ही उनके भाजपा में शामिल होने की संभावना है।