बता दें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर फिलहाल हल्के वाहनों की गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा है, जिसे घटाकर 80 किलोमीटर प्रति घंटा किया जाएगा। वहीं, शहर की अन्य मुख्य सड़कों पर वाहनों की रफ्तार को 60 किलोमीटर प्रति घंटा और अंदरुनी सड़कों पर गति सीमा को 40 किलोमीटर प्रति घंटा किया जाएगा।
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नीदरलैंड की कंपनी कचरे का निस्तारण कर यूपी के इन दो शहरों को बनाएगी स्वच्छ प्रस्ताव पास होते ही लगेंगे साइन बोर्ड बताया जा रहा है कि नाेएडा अथॉरिटी से प्रस्ताव पास होते साइन बोर्ड तैयार कर सड़कों पर लगाए जाएंगे। इसके साथ आईटीएमएस के तहत लगाए गए स्पीड डिटेक्शन कैमरों को भी अपडेट किया जाएगा। नोएडा ट्रैफिक सेल उपमहाप्रबंधक एसपी सिंह का कहना है कि नोएडा को दिल्ली व अन्य शहरों से तीन मुख्य मार्ग जाेड़ते हैं। इन्हीं सड़कों के दोनों तरफ सेक्टर और गांव हैं। इन मुख्य मार्गों को मॉडल रोड के रूप में विकसित करने के लिए ट्रायल रन तैयार किया जा रहा है, जो कि अंतिम चरण में है।
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बारिश के कहर से 11 की मौत, 26 तक जारी रहेगी मूसलाधार बारिश अंदर के मार्गों की रफ्तार भी होगी कम उन्होंने बताया कि इसके साथ ही दादरी-सुरजपुर-छलेरा रोड दिल्ली को नोएडा और ग्रेटर नोएडा से वाया कुलेसरा होते हुए जोड़ती है। इन चारों मार्गों की अधिकतम रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा करने का प्रस्ताव है। इनके अलावा शहर के अंदर वाले मार्गों की रफ्तार भी 40 किलोमीटर प्रति घंटा करने का प्रस्ताव है।