युधिष्ठिर रुके, 'उसके पश्चात् मेरे साथ पांचों कैकेय कुमार, धृष्टकेतु, अभिभू, श्रेणिमान, वसुदान और शिखंडी चलेंगे। सेना के पिछले भाग में मत्स्यराज विराट, पंचालराज द्रुपद, महाराज कुंतिभोज, सुधर्मा और धृष्टद्युम्न के पुत्र चलेंगे। श्रीकृष्ण और अर्जुन सबकी देखभाल करते हुए, चलेंगे और उनकी रक्षा के लिए अनाधृष्टि, चेकितान तथा सात्यकी उनको घेरकर चलेंगे।Ó'ऐसा ही होगा धर्मराज!Ó भीम ने कहा।