नई दिल्लीPublished: Jun 14, 2021 08:16:20 am
विकास गुप्ता
कंपनियों की ऑटोमेशन व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक के विस्तार में सफलता को पूर्ण रोजगार के लिए संघर्ष की शुरुआत माना जा सकता है
कॉनर सेन, स्तम्भकार
श्रमबल की मौजूदा कमी थोड़े समय की हो सकती है क्योंकि श्रमिक अगले कुछ माह में काम पर लौट आएंगे, लेकिन मजदूरी की अनुदार प्रवृत्ति के चलते यह पहले जैसी नहीं रहेगी। यही वजह है कि पिछली बार की तुलना में इस बार का आर्थिक विस्तार अलग होगा। सीमित श्रमबल के साथ शुरू होने वाले इस आर्थिक विस्तार में ऑटोमेशन व ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) के इर्द-गिर्द व्यवसायों के निर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा, बजाय ऐसी कंपनियों के, जो बड़ी संख्या में कम वेतन वाले श्रमिकों पर निर्भर होती हैं। इससे समाज के समक्ष जोखिम और अवसर दोनों प्रस्तुत होंगे, विशेषकर आय असमानता जैसी चुनौतियों के संदर्भ में।