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आपकी बात: पर्यटक सीजन में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए क्या विशेष प्रयास होने चाहिए?

पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं, प्रस्तुत है पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

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जयपुर

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Opinion Desk

Dec 30, 2025

सार्वजनिक परिवहन में वृद्धि की जाए
ट्रैफिक जाम की समस्या देशी-विदेशी पर्यटकों की यात्रा योजनाओं, रेल-हवाई टिकट और होटल बजट को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है। इससे निपटने के लिए अल्पकाल में सार्वजनिक परिवहन की आवृत्ति बढ़ाना, डबल-डेकर बसें, कार-पूलिंग, राइड-शेयरिंग, स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल का उपयोग और वर्क-फ्रॉम-होम को बढ़ावा देना आवश्यक है। दीर्घकालिक समाधान के लिए मेट्रो विस्तार, रैपिड रोड ट्रांजिट सिस्टम, पैदल यात्रियों व दोपहिया के लिए अलग लेन, एलिवेटेड रोड, अंडरपास और ओवरब्रिज का विकास जरूरी है। - विशनाराम माली, मोकलपुर

मुख्य सड़कों को एकतरफा बनाया जाए
पर्यटक सीजन में ट्रैफिक जाम कम करने के लिए प्रशासन को मल्टी-लेवल पार्किंग और शहर के बाहर 'पार्क एंड राइड' की सुविधा अनिवार्य करनी चाहिए। पर्यटकों को अपने वाहन दूर पार्क कर इलेक्ट्रिक शटल बसों का उपयोग करना चाहिए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लोकप्रिय स्थलों पर ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग और क्षमता आधारित प्रवेश लागू करना जरूरी है। मुख्य सड़कों को वन-वे बनाया जाए और प्रतिबंधित पार्किंग क्षेत्र में पार्किंग करने पर भारी जुर्माना लगाया जाए। इसके साथ ही, रीयल-टाइम ट्रैफिक अपडेट और वैकल्पिक मार्गों की जानकारी देकर वाहनों के दबाव को बांटा जा सकता है। - नमन कांकरिया, चेन्नई

स्थानीय लोग यात्रा कम करें
पर्यटन सीजन में ट्रैफिक जाम कम करने के लिए वाहनों की पार्किंग व्यवस्था शहर व मुख्य पर्यटन क्षेत्र से बाहर की ओर करनी चाहिए। यात्रियों के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुधार, स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट व डायवर्जन और पर्यटकों के लिए वैकल्पिक और गैर-मोटर चालित परिवहन (जैसे ई-रिक्शा, साइकिल) के विकल्प देना जैसे उपाय आवश्यक हैं। साथ ही लोगों को भीड़ समय में यात्रा कम करने और स्थानीय नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करना भी महत्वपूर्ण है। - ओम प्रकाश छापरवाल, अजमेर

कई उपाय अपनाने होंगे
पर्यटक सीजन में प्रमुख मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल, स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल और रीयल-टाइम सूचना व्यवस्था ट्रैफिक जाम से बचने में मददगार साबित हो सकती है। पार्किंग स्थलों का विस्तार, शटल बस सेवा और एकतरफा यातायात व्यवस्था भी कारगर उपाय है। इसके लिए पर्यटकों को वैकल्पिक मार्गों व समय की जानकारी डिजिटल माध्यमों से देने से भी जाम की समस्या से निजात पाई जा सकती है। - अमृतलाल मारू, इंदौर

पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग ज्यादा करें
पर्यटन के सीजन में सैलानियों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध करवाया जाना चाहिए। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की समयसारणी और रूट का पूरा ब्यौरा होटल, गेस्ट हाउस और अन्य स्थलों को उपलब्ध करवाए तथा पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपयोग करने के लिए प्रोत्साहन करे। प्रशासन को वाहनों के लिए उपयुक्त पार्किंग स्थल बनाए जाने चाहिए। यदि कोई उनका उल्लंघन करे तो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। - गजेंद्र चौहान, डीग

अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था हो
पर्यटन सीजन से पहले विशेष ट्रैफिक एक्शन प्लान लागू किया जाना चाहिए। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में वन-वे सिस्टम और समय के अनुसार अलग-अलग डायवर्जन प्लान बनाए जाएं। अस्थायी रूप से अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस, होमगार्ड और सिविल डिफेंस की तैनाती जरूरी है। सीसीटीवी, ड्रोन और स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल से रियल-टाइम निगरानी हो। अवैध पार्किंग पर सख्त जुर्माना, सार्वजनिक परिवहन व ई-वाहनों को बढ़ावा तथा निजी वाहनों पर सीमित प्रवेश व्यवस्था से जाम की समस्या कम की जा सकती है। - रामकुमार सहारण, सूरतगढ़

यातायात के नियमों का पालन हो
पर्यटक सीजन में ट्रैफिक जाम होना आम बात हो गई है। इस समस्या से बचने के कुछ प्रयास किए जाए तो काफी हद तक इस समस्या से बच सकते हैं। सबसे पहले स्मार्ट प्लानिंग हो। सार्वजनिक यातायात का ज्यादा उपयोग हो। ज्यादा भीड़ वाले इलाकों में वन वे ट्रैफिक डायवर्ट और वैकल्पिक रास्ते हो। यात्री भी छुट्टियों से ठीक पहले या ठीक बाद में घूमने से बचें। ई-रिक्शा से ज्यादा से ज्यादा घूमना और यातायात के नियमों का पालन करना इन सभी प्रयासों से जाम से बचा जा सकता है। - निर्मला वशिष्ठ, अलवर

पार्किंग स्थल का निर्माण किया जाए
पर्यटक सीजन में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए सबसे प्रभावी समाधान 'सैटेलाइट पार्किंग' और 'स्मार्ट शटल सेवा' का एकीकरण है। शहर के बाहरी हिस्सों में विशाल पार्किंग स्थल बनाकर पर्यटकों को आधुनिक इलेक्ट्रिक बसों के जरिए मुख्य स्थलों तक पहुंचाया जाना चाहिए। इससे शहर के अंदर निजी वाहनों का दबाव तुरंत कम होगा। साथ ही, भीड़भाड़ वाले ऐतिहासिक क्षेत्रों को 'नो-व्हीकल जोन' घोषित कर वहां केवल पैदल चलने या ई-रिक्शा की अनुमति देनी चाहिए। - मदनमोहन राईका, पाली

सीमित संख्या में वाहन प्रवेश करे
सार्वजनिक और वैकल्पिक परिवहन को प्राथमिकता देना ही ट्रैफिक जाम का प्रभावी समाधान है। केवल सड़कों को चौड़ा करना पर्याप्त नहीं, बल्कि शहरों में वाहनों की संख्या नियंत्रित करना जरूरी है। इसके लिए शहर के बाहर बड़े पार्किंग ज़ोन बनाकर वहां से पर्यटकों के लिए ई-बस, इलेक्ट्रिक रिक्शा जैसे पर्यावरण अनुकूल साधन उपलब्ध कराए जाएं। पर्यटन स्थलों पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध, सख्त पार्किंग प्रबंधन, अतिक्रमण हटाना और ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन भी आवश्यक है। - मोदिता सनाढ्य, उदयपुर

सड़क से अतिक्रमण हटाना चाहिए
पर्यटन सीजन में ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन को स्थानीय व्यापारियों से समन्वय कर सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करना चाहिए और दुकानों के बाहर सामान तय सीमा में रखने की व्यवस्था सख्ती से लागू करनी चाहिए। भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थलों से कुछ दूरी पर खाली स्थानों में अस्थायी पार्किंग विकसित की जाए तथा वहां से उचित दर पर ई-रिक्शा उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही बैरिकेडिंग और एकतरफा यातायात व्यवस्था लागू कर स्थानीय सहयोग से यातायात को सुचारु रखा जा सकता है। - शैलेन्द्र टेलर, उदयपुर

मल्टी लेवल पार्किंग बनानी चाहिए
तेजी से बढ़ती आबादी और वाहनों, विशेषकर चारपहिया वाहनों की संख्या के कारण शहरों में पार्किंग और ट्रैफिक जाम गंभीर समस्या बन गई है। इससे आमजन के साथ ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम प्रशासन को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। समाधान के लिए ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम को मिलकर मल्टी लेवल पार्किंग की ठोस कार्ययोजना बनानी चाहिए। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अव्यवस्थित पार्किंग हटाकर व्यवस्थित पार्किंग सुनिश्चित की जाए। पार्किंग स्थलों पर सीसीटीवी लगाकर उन्हें ट्रैफिक पुलिस कार्यालय से जोड़ा जाए तथा नियमों का उल्लंघन करने वालों पर निष्पक्ष कार्रवाई हो। - डॉ. प्रेमराज मीना, करौली