ग्रामीण क्षेत्र में गर्मी की की दस्तक के साथ ही पेयजल संकट शुरू हो गया है। पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं होने से लोग परेशान है। जलदाय विभाग की उदासीनता के चलते लोगों को मुंह मांगे दामों पर टैंकर डलवाना पड़ रहा है।
गांव की पेयजल समस्या को लेकर सरपंच समेत ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारियों के अवगत करवाने के बाद भी समस्या जस की तस बनी है। जनता जल योजना के तहत हो रही आपूर्ति भी लडख़ड़ा रही है।
गांव की कमली, सोहनी, नर्बदा, पुष्पा, रामप्यारी आदि का कहना है कि सरपंच को कई बार पीने व पशुओं के लिए पानी के प्रबंध की गुहार की, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। सरपंच का कहना है कि विभागीय अधिकारी सुन ही नहीं रहे।
पीएचईडी व पंचायत की खींचतान का खामियाजा जनता भुगत रही है। क्षेत्र के लोगों के साथ पेयजल को लेकर जानबूझकर भेदभाव किया जा रहा है। शीघ्र ही पेयजल समस्या का निस्तारण नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
अधिकारियों को कई बार पेयजल की समस्या से अवगत कराया। अधिकारी सुन ही नहीं रहे। अधिकारियों की उदासीनता का खामियाजा जनता उठा रही है। भंवरलाल कुमावत, सरपंच ग्राम पंचायत, फूलमाल