बिहार विधानसभा में विपक्षी सदस्य काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे। राबड़ी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया।
बिहार में वोटर लिस्ट के Special Intensive Revision (SIR) पर पटना से लेकर दिल्ली तक विपक्ष ने हंगामा बरपा रखा है। मंगलवार को पटना में विधान मंडल सदन के बाहर राजद और कांग्रेस के नेताओं ने काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया जबकि दिल्ली में संसद भवन परिसर में कांग्रेस, राजद, सपा और दूसरे विपक्षी दलों ने भी जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में कई दलों के सांसदों ने संसद भवन के मकर गेट की सीढ़ियों पर इकट्ठा होकर नारेबाजी की और इस प्रक्रिया को चुनाव की चोरी करार दिया। उधर, बिहार विधान मंडल सत्र में भाग लेने के लिए पूर्व सीएम राबड़ी देवी भी काली साड़ी में पहुंचीं थीं। उनके नेतृत्व में विपक्षी दलों के सदस्यों ने प्रर्दशन किया।
विरोध कर रहे सांसदों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था – ‘SIR: Stealing Indian Rights’ और ‘SIR: Subverting Indian Republic’। कांग्रेस, सपा, राजद, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, झामुमो समेत कई विपक्षी दलों के सांसद इस प्रदर्शन में शामिल हुए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस विरोध में भाग लिया। इससे पहले संसद भवन में इंडिया गठबंधन (INDIA bloc) के नेताओं की बैठक हुई, जिसमें राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने बताया कि विपक्षी दलों ने यह फैसला लिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में आकर देश के अहम मुद्दों पर जवाब देना चाहिए।
उन्होंने बताया कि विपक्ष इन प्रमुख मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगने वाला है। इनमें पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, डोनाल्ड ट्रंप का भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर बयान, बिहार में SIR प्रक्रिया, परिसीमन की तैयारी, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, एआई 171 विमान हादसा, मणिपुर में कथित ‘गृहयुद्ध’ की स्थिति शामिल हैं।
वेणुगोपाल ने कहा कि ये सारे मुद्दे सीधे जनता से जुड़े हैं और संसद में इन पर चर्चा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। संसद के भीतर राहुल गांधी को बोलने की अनुमति देने की मांग भी विपक्षी दलों की प्रमुख रणनीति का हिस्सा रही। विपक्ष ने यह भी तय किया कि बिहार में चल रही SIR प्रक्रिया को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में प्रमुखता से उठाया जाएगा।
इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी पहले से ही सख्त रुख अपना चुकी है। 14 जुलाई को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई थी, जिसमें राहुल गांधी, संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल समेत बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार और पूर्व सांसद पप्पू यादव मौजूद थे। इसमें तय हुआ कि पूरेे बिहार में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन होगा।