PM Modi Motihari Visit बिहार में विधानसभा चुनाव में कुछ ही समय बचा है। इससे पहले पीएम मोदी एक बार फिर बिहार आ कर कुछ खास देने वाले हैं। मोदी का यह छठा चंपारण का दौरा है। चंपारण की जनता को मोदी के इस दौरे से क्या खास मिलने वाला है इसपर सबसे ज्यादा सबकी नजर होगी।
PM Modi Motihari Visit: प्रधानमंत्री थोड़ी देर में मोतिहारी पहुंचने वाले हैं। पीएम मोदी का यह दौरा कई मायने में कास है। पीएम मोदी मोतिहारी में कनेक्टिविटी, IT और स्टार्टअप से जुड़े राज्य के कई प्रोजेक्ट के उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे। इससे यहां के लोगों के लिए अवसरों के अनेक द्वार खुलेंगे। मोदी मोतिहारी से आज 7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। मोदी की सभा को लेकर मोतिहारी शहर के गांधी मैदान में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। स्कूल कॉलेज को बंद कर दिया गया है।’’
रेलवे द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पीएम 18 जुलाई को 4,079 करोड़ रुपये की लागत से 256 किलोमीटर लंबे दरभंगा-नरकटियागंज और 585 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा-थलवारा और समस्तीपुर-रामभद्रपुर लाइनों का दोहरीकरण का उद्घाटन करेंगे।
पीएम मोदी की रैली को लेकर पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा, ‘‘रैली स्थल पर जनता के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं, जिसमें लगभग पांच लाख लोगों के आने की उम्मीद है।’’ विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले लोगों की गाड़ी के लिए 10,000 गाड़ियों की पार्किंग की गई है। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पीएम सुरक्षा में कस्बे में 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह राज्य का 53वां दौरा होगा, ‘‘जो दर्शाता है कि बिहार मोदी की प्राथमिकताओं की सूची में शीर्ष पर है।’’
पीएम मोदी बिहार दौरा को लेकर एक्स पर लिखा, " 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी में रहूंगा। 7200 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का राष्ट्र को लोकार्पण या शिलान्यास किया जाएगा। इन कार्यों में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क, चार नई अमृत भारत ट्रेनें, सड़क और अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।"
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, कि ‘‘ जब प्रधानमंत्री बिहार में होंगे, तो हमें उम्मीद है कि राज्य में बढ़ती अपराध दर पर उनके पास कुछ शब्द होंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बिहार की धरती पर हर रैली में मोदी यह कहते हुए दिखते हैं कि अगर राजद के नेतृत्व वाला गठबंधन सत्ता में आया तो जंगल राज लौट आएगा। उन्हें स्वीकार करना चाहिए कि जंगल राज पहले ही आ चुका है। दरअसल, यह राज्य में राजग के 20 साल के शासन के दौरान से ही है।’’