लोकसभा में बिहार के दो सांसदों वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी ते वायरल हो रहा है। लोकसभा में दिए गए इनके बयान पर कांग्रेस भी चुटकी ले रही है।
बिहार के दो सासंदों का लोकसभा में कुछ ऐसा कह दिया कि वे अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगे। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सोमवार को लोकसभा में आतंकी मौलाना मसूद अजहर साहब बोला। वे यहां ही नहीं रूके उन्होंने आतंकियों को शहीद तक कह दिया। दूसरी तरफ बिहार के समस्तीपुर की लोजपा (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने लोकसभा में बोलते-बोलते आतंकी हमलों की क्रोनोलॉजी भूल गईं। वे भूल गईं कि कौन सा हमला किस सरकार के दौरान हुआ था। 2001 में संसद हमले की चर्चा करते हुए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा चाह रही थी। लेकिन वे भूल गई 2001 में केंद्र में एनडीए की सरकार थी।
इसके बाद अब कांग्रेस इन दोनों बयान पर खुब मजे ले रही है। ललन सिंह और शांभवी चौधरी के बयान के बाद बीजेपी बैकफुट पर दिख रही है। अभी तक इसको लेकर पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। ये अलग बात है कि बिहार के इन दोनों सांसदों के बयान ने विपक्ष को चुनाव से पहले बैठे-बिठाए एक मुद्दा तो दे ही दिया है।
केंद्रीय मंत्री ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन सिंह लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बोल रहे थे। बोलते वक्त वे आतंकी को साहब कह दिया। बिहार के मुंगेर से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘छह और सात मई की मध्यरात्रि को हमारी सेना ने पााकिस्तान में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया। इस हमले में सैकड़ों आतंकवादी मारे गए। आप सभी ने टीवी पर देखा होगा, इस हमले में मारे गए बहुत से आतंकवादियों के आका थे, वो रो रहे थे।’ इसी क्रम में उन्होंने आगे कहा कि ‘मसूद अजहर साहब, हाफिज सईद, ये (सब) रो रहे थे कि मेरा सारा परिवार मर गया, काश मैं भी मर जाता।’ ललन सिंह के इस भाषण को कांग्रेस सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है। इसपर यूजर भी खूब मजे ले रहे हैं।
इधर, लोजपा (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी के भी लोकसभा में दिए बयान पर कांग्रेस जबरदस्त चुटकी ले रही है। बिहार कांग्रेस ने शांभवी चौधरी की लोकसभा में की गई इस टिप्पणी का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'ओह! फिर स्क्रिप्ट गड़बड़ा गई… अब रीटेक भी नहीं होगा। RSS-कोटा वाली सांसद महोदया भूल गईं कि संसद हमले के वक्त, 2001 में तो भाजपा की ही सरकार थी!'