
अनीता भाभीÓ और सौम्या में क्या अंतर है? -देखा जाए तो अनीता और सौम्या में सेमेलारिटी है। बस अंतर यह है कि अनीता कानपुर शहर की एक नटखट और चुलबुली लड़की है। जबकि सौम्या थोड़ी कम शरारती है। अनीता एटीट्यूडफुली है और किरदार के अनुरूप सौम्या शालीन है।

टीवी लाइन का माहौल कैसा है? -देखिए कोई भी फील्ड हो आपको मेहनत करनी ही पड़ेगी। बात एक्टिंग कॅरियर कि की जाए तो इस लाइन में आपको अपना हंड्रेड परसेंट से ज्यादा देना होता है। यहां कोई करिश्मा नही होता आपको रोज नया गढ्ढा खोदना है और पानी पीने जैसा है।

रायपुर पहली बार आईं कैसा लगा? -बहुत ही अच्छा लगा, ज्यादा शहर तो नही घूमा लेकिन यहां के लोग काफी अच्छे हैं। उनकर व्यवहार बहुत सही है। मेरे ताऊजी यहां वाइस चासंलर रह चुके हैं और मेरी सिस्टर भी यहीं है तो यहां के बारे में बहुत कुछ सुना था। यहां के हबीब तनवीर जी की मैं काफी रेस्पेक्ट करती हूं क्योंकि वे रियल में कला के मामले में लीजेंड थे


आप अपने खुद के डिजाइन किए हुए कपड़े पहनती हैं? - हां ये सही है मैं खुद के डिजाइन करे कपड़े पहनती हूं, जब रोल ऑफर हुआ था तो मैने डायरेक्टर से भी यही बात की थी कि मैं खुद के डिजाइन कपड़े पहनूंगी। मैं जिस दिन फ्री होती हूं उस दिन शॉपिंग ही करती हूं।

बड़े पर्दे पर किसके साथ रोमांस करना चाहेंगी? - मैं स्क्रिप्ट पर काम करती हूं, उस किरदार में जो फिट बैठेगा उसके साथ फिल्म करूंगी। अगर बात फेवरेट एक्टर की है तो मैं आमिर खान को पसंद करती हूं क्योंकि वे सब्जेक्ट से हटकर इनोवेटिव काम करते हैं। राजकुमार राव की फिल्में मुझे पसंद आती हैं।