एडवोकेट इसरार अहमद ने बताया कि अधिक विद्युत भार होने के कारण ट्रांसफार्मर फुंक गया है। एक प्राइवेट कंपनी के टॉवर को बिना ट्रांसफार्मर लगाए नियमों को ताक पर रखकर बिजली दी जा रही है। इसकी वजह से आए दिन ट्रांसफार्मर फुंक जाता है। नया ट्रांसफार्मर लगाने के लिए गांव वालों से उगाही की जाती है, अन्यथा ट्रांसफार्मर लगाने से मना कर दिया जाता है। कहा जाता है हमारे पास कोई गाड़ी नहीं है, अपने आप ट्रांसफार्मर लेकर आओ।
मुख्यमंत्री के पोर्टल और ऊर्जा मंत्री से भी शिकायत
बता दें कि एक ओर तो ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार निःशुल्क बिजली दे रही है और दूसरी ओर जहां बिजली है, वहां अव्यवस्था है। अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर ग्रामीणों को परेशान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री पोर्टल पर कई बार शिकायत की जा चुकी है। कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री को भी ट्वीट किया गया। कहीं से भी राहत नहीं मिल रही है। ग्रामीणों ने एक बार फिर जिलाधिकारी पीलीभीत से शिकायत की है।