सूत्रों के हवालेे से पता चला है कि पीलीभीत सीट से भाजपा जितिन प्रसाद को टिकट दे सकती है। जितिन प्रसाद यूपी सरकार में मंत्री हैं। इसके अलावा एक और मंत्री संजय गंगवार के नाम की भी चर्चा की गई है। आखिरी फैसला केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में लिया जाएगा। जितिन प्रसाद यूपीए सरकार के समय केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। उनकी गिनती राहुल गांधी के करीबी नेताओं में होती थी। बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली और फिर योगी सरकार में मंत्री बनाए गए।
एक दशक पहले वरुण गांधी की बीजेपी में फायरब्रांड नेताओं में गिनती होती थी। उन्हें यूपी का बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में भी देखा जाता था, लेकिन फिर 2017 में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम बना दिया। पिछले कुछ सालों में वरुण गांधी किसान आंदोलन, बेरोजगारी समेत तमाम मुद्दों पर काफी मुखर रहे और यूपी व केंद्र की अपनी ही सरकारों पर हमला बोलते रहे। यही वजह है कि लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं कि इस बार पार्टी लोकसभा चुनाव में वरुण का टिकट काट सकती है।
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Pilibhit News in Hindi जब-जब वरुण गांधी की बीजेपी से नाराजगी की अटकलें लगीं तो यह भी चर्चा में आया कि वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कयास लगाए गए और अब लोकसभा चुनाव के दौरान भी ऐसी ही अटकलें लग सकती हैं। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस पर टिप्पणी की है। अखिलेश यादव ने बीजेपी सांसद वरुण गांधी को लेकर कहा कि उनके बारे में हमारा संगठन फैसला लेगा। वरुण को लेकर एक और अटकलें लग रही थीं कि वे अमेठी से निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं और कांग्रेस व सपा उनका समर्थन कर सकती है। हालांकि, ऐसी चर्चाओं की पुष्टि नहीं की जा सकी है।