अनंत कुमार हेगड़े के बयान पर संग्राम मच गया है। कर्नाटक के बीजपुर से भी कांग्रेस विधायक और दलित नेता ने पीएम से हेगड़े को बर्खास्त करने की मांग की है।
नई दिल्ली: मोदी सरकार में केंद्रीय कौशल विकास राज्यमंत्री अनतं कुमार हेगड़े अपने एक विवादित बयान को लेकर घिरते हुए नजर आ रहे हैं। अनंत कुमार के बयान को लेकर कलबुर्गी में AIMIM के एक नेता ने उनकी जीभ काटने वाले को 1 करोड़ रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है। वहीं कर्नाटक में बीजापुर से विधायक और दलित नेता राजू अरगूर ने भी पीएम मोदी से अनंत को बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें अनंत कुमार हेगड़े को दलित विरोधी नेता बताते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है।
हेगड़े के बयान से दलित और मुस्लिम हुए हैं आहत
आपको बता दें कि धर्मनिरपेक्षता को लेकर अनंत कुमार हेगड़े के बयान से कोहराम मच गया है। सोमवार को कलबुर्गी में AIMIM के नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य गुरुशांत पट्टेदार ने ऐलान किया है कि जो उनकी (अनंत कुमार हेगड़े) की जीभ काटकर लाएगा, उसे 1 करोड़ रुपए का ईनाम दिया जाएगा। खुद को दलित नेता बताने वाले पट्टेदार ने कहा कि उन्होंने इस इनाम का ऐलान इसलिए किया है क्योंकि हेगड़े के बयान से दलित, मुसलमान, पिछड़ा वर्ग और धर्मनिरपेक्ष लोगों को चोट पहुंची है।
हेगड़े ने संविधान बदलने की कही थी बात
आपको बता देंकि केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने एक विवादास्पद बयान देकर नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने कोप्पल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, वो अपने प्रतिशत के बारे में अनजान है। उन्हें खुशी होती है जब लोग अपने धर्म और जाति को गर्व से बताते हैं। उन्हें खुशी होती है क्योंकि वो व्यक्ति अपने खून के बारे में जानता है। लेकिन, उन्हें नहीं पता कि जो अपने माता-पिता के खून के बारे में जाने बिना खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं, उनको क्या कहना चाहिए। उन्हें अपने प्रतिशत के बारे में नहीं पता लेकिन बुद्धिजीवी कहलाते है। उन्होंने यह भी कहा कि वो संविधान की इज्जत करते हैं, लेकिन आने वाले दिनों में उसे बदल दिया जाएगा।