अमित शाह की इस रैली को भाजपा जनसंवाद रैली ( West Bengal Jan Samvad Rally ) का नाम दिया गया है।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के राष्ट्रीय मुख्यालय पर बने स्टेज से पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के सभी बड़े नेता वर्चुअल रैलियों को संबोधित करेंगे।
देश भर में कुल 750 वर्चुअल रैलियां होंगी। जिसमें से अधिकांश रैलियां दिल्ली के इसी स्टेज से ही होंगी।
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दरअसल, चुनावी राज्यों बिहार और पश्चिम बंगाल पर भाजपा का खासा फोकस है। यहां ज्यादा से ज्यादा रैलियां होंगी।
इन रैलियों के जरिए पार्टी नेता मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरे होने की उपलब्धियां गिना रहे हैं।
बिहार और ओडिशा के बाद मंगलवार को अमित शाह पश्चिम बंगाल की जनता को संबोधित करेंगे।
इस दौरान अमित शाह ने केवल मोदी सरकार की उपलब्धियां बताएंगे बल्कि तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बजर्नी को भी घेरने का प्रयास करेंगे।
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माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा सीएए को मुद्दा बनाएगी।
इसको लेकर पार्टी में किसी तरह का कोई कंफ्यूजन नहीं है। पश्चिम बंगाल उन राज्यों में शुमार है जहां पड़ोसी देश बांग्लादेश से आने वाले अल्पसंख्यकों की संख्या सबसे ज्यादा है।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में कुल 70 विधानसभा क्षेत्रों में पश्चिम बंगाल से आए हिंदू शरणार्थी रहते हैं।
लंबे समय से यहां के शरणार्थी हिंदू भारतीय नागरिकता की मांग उठाते रहे हैं। इस प्रकार सीएए को मुद्दा बनाकर भाजपा इन शरणार्थियों को साधने की कोशिश में है।