चुनाव आयोग ने लांच की नई ईवीएम, कर्नाटक चुनाव में किया जाएगा इस्तेमाल मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत सामने आए और अपना बयान दिया। रावत ने कहा कि वोटरों का डेटा चोरी करने वालों पर चुनाव आयोग कड़े कदम उठाएगी। पहले इस स्टिंग के तथ्यों की जांच की जाएगी पुख्ता सबूत मिलने पर ही कोई कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि इस स्टिंग से पता चला कि कुछ कंपनियां इस तरह का
काम कर रही हैं। जानकारी मिलने पर भाजपा और कांग्रेस ने चुनाव आयोग को इसकी जांच करने को कहा।
अमरीका में हुआ था ये मामला जानकारी हो कि 2016 में अमरीका में ट्रम्प कैम्पेन के लिए ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ने सोशल मीडिया से वोटरों की निजी जानकारी चुरा ली थी। उसके बाद से अब भारत में भी इस गोरखधंधे के फैलने का शक है। इस बात की पुष्टि के लिए एक मीडिया हाउस ने स्टिंग आॅपरेशन को अंजाम दिया था। अमरीका में हुए कारनामे और भारत में हुए स्टिंग के मद्देनजर ही चुनाव आयोग ने बड़ा और अहम कदम उठाया है।
ईवीएम में छेड़छाड़ की शिकायत पर चुनाव आयोग हुआ गंभीर, पारदर्शी चुनाव के लिए उठाया अब ये कदम जानें, क्या होता है डेटालीक स्टिंग से पता चला है कि देश में ऐसे कई ठिकाने हैं जहां पर सोशल साइट्स से नागरिकों की निजी जानकारी चुराई जाती है और उनका उपयोग चुनाव के दौरान किया जाता है। ऐसी भी खबर है कि ये लोग राजनीतिक पार्टियों के लिए वोटरों की प्रोफाइल छान रहे हैं। जिससे चुनाव कैेंपेन के समय उन्हें टारगेट बनाया जाए। हालांकि इसमें कौन लोग शामिल हैं ये बात तो चुनाव आयोग की फाइनल रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगी। फिलहाल चुनाव आयोग मामले को लेकर हरकत में है और नजर बनाए रखे है।