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साध्वी पर बोले शाह
अमित शाह ने साध्वी प्रज्ञा के चुनाव लड़ने पर कहा कि देश की संस्कृति को बदनाम करने के लिए उस वक्त हिंदू आतंकवाद की अफवाह फैलाई गई थी। जान बुझकर फंसाने का काम किया गया था।
विपक्ष पर शाह का तंज इस दौरान अमित शाह ने कांग्रेस और विपक्ष को आड़े हाथों लिया। शाह ने कहा कि विपक्ष आज राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर चुप क्यों है। शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ पिछले पांच साल में जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाया है। हमारे संकल्प पत्र में भी नीति को और आगे बढ़ाने का संकल्प किया है। लेकिन विपक्षी पार्टियां देश की सुरक्षा के अहम मुद्दों पर चुप दिखाई देती है। इसका सीधा मतलब है कि उनके पास सुरक्षा पर नीति का अभाव है। विपक्ष में ना तो नीति है, ना नीयत और ना ही नेतृत्व ।
दीदी डर का माहौल पैदा कर रही- अमित शाह अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी रैलियों को ममता सरकार बंगाल में करने की इजाजत नहीं दे रही है। दीदी यहां पर डर का माहौल पैदा कर रही है। विकास के नाम पर यहां की जनता को ठगा जा रहा है। बंगाल में लोकतंत्र को बचाना जरूरी है। हम यहां परिवर्तन लाने जा रहे हैं। शाह ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में दो चरण के चुनाव के बाद ममता बनर्जी को अपनी हार की बौखलाहट साफ तौर पर दिख रही है। उसी हताशा से वो अब विपक्ष और चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में जो लोग सरस्वती पूजा और दुर्गा पूजा नहीं होने देना चाहते हैं, उन्हें हम फिर से कराएंगे।
धार्मिक शरणार्थी को नागरिकता देंगे- अमित शाह देश की आजादी के 75 साल जब होंगे यानी 2022 तक देश में एक भी व्यक्ति, एक भी परिवार ऐसा नहीं होगा जिसके पास घर, बिजली, गैस, पीने का पानी, शौचालय न हो और एक भी परिवार ऐसा नहीं होगा जिसके पास स्वास्थ्य की सुरक्षा न हो। शाह ने कहा कि बांग्लादेश से जो शरणार्थी धार्मिक वजहों से हमारे देश में आएं हैं उन्हें नागरिकता देने की बात संकल्प पत्र में कही है। इसमें हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई शामिल है।