नारायण राणे ने पहले भी बार-बार दावा किया था कि सिंधुदुर्ग-रत्नागिरी निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी का उम्मीदवार होगा। साथ ही उन्होंने इस सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा भी जाहिर की थी। राणे ने कहा, “सिंधुदूर-रत्नागिरी लोकसभा सीट बीजेपी की है और बीजेपी ही इस पर चुनाव लड़ेगी। अगर पार्टी मुझे टिकट देती है तो मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं।”
रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र को लेकर पिछले कई महीनों से घमासान मचा हुआ था। इस सीट पर शिवसेना (एकनाथ शिंदे) खेमे ने भी दावा ठोका था। जिस वजह से प्रत्याशी को लेकर पेंच फंस गया था। राणे के रुख पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता राम कदम ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
दरअसल लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में बीजेपी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एनसीपी (अजित पवार) ‘महायुति’ गठबंधन में हैं। नारायण राणे वर्तमान में बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री हैं।
पिछले आम चुनाव में रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से शिवसेना (अविभाजित) के विनायक राउत लगभग 50.8 फीसदी वोटों के साथ विजयी हुए। वहीँ, अपनी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष बनाकर लड़ने वाले नारायण राणे को 31 फीसदी वोट मिले।
2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने राज्य की 48 में से 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे और 23 पर जीत हासिल की, जबकि अविभाजित शिवसेना 23 सीटों पर लड़ी, जिसमें से 18 सीटें जीतीं।
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को मतदान होगा। जबकि वोटों की गिनती 4 जून को होगी।