इस बैठक के जरिए ममता 2024 को भी साधने की कोशिश में जुटी हैं। लेकिन इन सबके बीच ममता की एकता की बैठक को झटका लगा है। कुछ राजनीतिक दलों ने उनकी ओर से बुलाई गई बैठक से किनारा कर लिया है।
यह भी पढ़ें – Presidential Election: राष्ट्रपति चुनाव के जरिए 2024 की तैयारी में विपक्ष, जानें कैसे इन दलों ने बनाई दूरी
तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) और आम आदमी पार्टी (AAP) आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की बैठक में शामिल नहीं होंगे।
इस वजह से ‘आप’ अलग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आम आदमी पार्टी ‘राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित होने के बाद ही इस मुद्दे पर अपना पक्ष और रणनीति साफ करेगी। यानी साफ है अभी दो दलों ने दूरी बनाई है आगे चलकर ये दूरियां और बढ़ सकती हैं, ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही विपक्ष की एकजुटता में दरार साफ नजर आ रही है। जो एनडीए खेमे के लिए अच्छी खबर साबित हो सकती है।
राष्ट्रपति चुनाव में वोटों के गणित पर नजर दौड़ाएं तो लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों की विधानसभा के सदस्य इस चुनाव के लिए वोट करते हैं।
245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसद ही वोट डाल सकते हैं, वहीं जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग है, लिहाजा कश्मीर कोटे की चार राज्यसभा सीटें खाली हैं। ऐसे में 229 राज्यसभा सांसद ही राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाल सकेंगे।
हालांकि इनमें वोटों की वैल्यू सबकी अलग-अलग होती है। सभी वोटों की वैल्यू को मिला लिया जाए तो मौजूदा समय में कुल वोटों की वैल्यू 10 लाख 86 हजार 431 है।
यह भी पढ़ें – राष्ट्रपति चुनाव में शरद पवार पर शिवसेना की सहमति. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कही बड़ी बात