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गोशाला में लापरवाही पर डीएम की बड़ी कार्रवाई, खंड विकास अधिकारी हटाए गए, ग्राम प्रधान व सचिव निलंबित

प्रयागराज जिले में प्रदेश सरकार की तमाम योजनाओं के सही संचालन और जनता की समस्याओं को लेकर प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ बेहद गंभीर हैं। कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर डीएम ने काफी सख्त रुख किया है। प्रयागराज में डीएम द्वारा हर रोज लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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Prayagraj DM take big Action: प्रयागराज के मांडा ब्लॉक अंतर्गत देवरी गांव स्थित गोशाला में अव्यवस्थाओं और लापरवाही की शिकायतों को लेकर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की है। ग्रामीणों की लगातार मिल रही शिकायतों पर गंभीर रुख अपनाते हुए डीएम ने शुक्रवार को एक के बाद एक कई जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर दी, जिससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।

शिकायत के बाद तत्काल जांच, फिर कार्रवाई

ग्रामीणों ने पहले भी गोशाला में गायों के खानपान, देखभाल और साफ-सफाई में लापरवाही की शिकायत जनता दर्शन में डीएम से की थी, जिसके बाद जिलाधिकारी ने एसडीएम मेजा को मामले की जांच सौंपी थी। शुक्रवार को जनता दर्शन में फिर से जब ग्रामीणों ने वही मुद्दा उठाया, तो डीएम ने एसडीएम से तुरंत रिपोर्ट तलब की।

एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में ग्रामीणों की शिकायतों को सत्य पाया, जिसके बाद जिलाधिकारी ने तत्काल कड़ा कदम उठाते हुए मांडा के खंड विकास अधिकारी अमित मिश्रा को उनके पद से हटा दिया।

सचिव, ग्राम प्रधान और गोपालकों पर भी गिरी गाज

जिला प्रशासन की कार्रवाई यहीं नहीं रुकी।
देवरी गांव के ग्राम सचिव को निलंबित कर दिया गया।
ग्राम प्रधान के अधिकारों को भी निलंबित कर दिया गया।
गायों की देखभाल में तैनात गोपालकों की सेवा समाप्त करने का आदेश भी जारी किया गया।

सख्त संदेश: लापरवाही अब नहीं होगी बर्दाश्त
डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह कार्रवाई एक नजीर है ताकि भविष्य में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी अपने कर्तव्यों में लापरवाही न बरते। उन्होंने दो टूक कहा, "कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए जो दूसरों के लिए सबक बने। प्रशासनिक जिम्मेदारियां पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता से निभाई जानी चाहिए।"

अधिकारियों में मचा हड़कंप
इस अप्रत्याशित और कठोर कार्रवाई से जिले के अन्य ब्लॉकों और विभागों में भी चेतावनी भरा संदेश गया है। लापरवाह और भ्रष्ट आचरण पर प्रशासन की 'ज़ीरो टॉलरेंस नीति' एक बार फिर उजागर हो गई है।
देवरी गोशाला में पशुओं की उपेक्षा पर जिला प्रशासन की यह कार्रवाई जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेने और तत्काल प्रभावी निर्णय लेने का उदाहरण है। जिलाधिकारी की इस सक्रियता को लेकर आमजन में संतोष, और अधिकारियों में सतर्कता का माहौल बना है।