जब पुलिस के अधिनस्थ अधिकारी, पीडि़त की शिकायतों को नजरअंदाज करते हैं तो उन्हें मजबूर होकर उनके आला अधिकारी से फरियाद करनी पड़ती है। एक ऐसा ही मामला पुसौर थान क्षेत्र का है। जहां एटीएम से एक लाख २४ हजार रुपए ठगी के शिकार पिता-पुत्र, मंगलवार को पुलिस के आला अधिकारी से मिलने के लिए एसपी कार्यालय पहुंचे। पीडि़त मंटू सिंह पिता तेज नारायण सिंंह ने बताया कि वो
लारा में बतौर ठेका श्रमिक के रुप में काम करते हैं। २७ जुलाई २०१७ को कंपनी के गट पर स्थित एसबीआई के एटीएम बूथ से मंटू रुपए निकालने गया। कम पढ़े-लिखे होने व एटीएम से लेन-देन मेंं होने वाली परेशानी को देखते हुए मंटू ने कंपनी के ही ठेका श्रमिक दिनानाथ सिंह से १८ हजार रुपए एटीएम से निकालने को लेकर अपना कार्ड दिया।
पीडि़त की मानें तो दीनानाथ ने 18 हजार रुपए तो निकाल दिया। पर मुझे एटीएम कार्ड की बजाए उसका कवर ही दिया। मैं एटीएम से निकले हुए रुपए को गिनने के चक्कर में व्यस्त था। इसकी वजह से मैं एटीएम को
ध्यान नहीं दिया और पैसे लेकर घर चला गया। कुछ दिनों बाद जब पैसों की फिर जरुरत हुई तो एटीएम की खोज की। तब एटीएम की बजाए उसका सिर्फ कवर मिला। पीडि़त ने बैंक से जब खाते की जानकारी ली तो एक लाख २४ हजार रुपए पार हो चुके थे। पीडि़त ने खाते से रुपए पार होने का आरोप सहयोगी ठेका श्रमिक पर लगाया है। जो २७ जुलाई को एटीएम से रुपए निकालनेे में मदद की थी। इस मामले की शिकायत पुसौर पुलिस से की गई। पर पुलिस ने आवेदन की पावती देकर इस ठगी के मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
साहब करते हैं आज-कल
पीडि़त की मानें तो शिकायत दर्ज कराने के हर २-४ दिन बाद उसने पुसौर थाना के चक्कर लगाए। जिससे उसका काम भी प्रभावित हुए, पर पुलिस के अधिकारी हर बार आज-कल कर मामले को टालते गए। जिससे परेशान होकर रायगढ़ पहुंच कर पुलिस के आला अधिकारी से न्याय की गुहार लगानी पड़ी। पीडि़त की मानें तो पुलिस के आला अधिकारी ने मामले की जांंच कर उचित पहल करने की बात कही है।