ब्लॉक के बीच हुए मालगाड़ी हादसे
रेलवे के लिए यह कार्य इसलिए भी अहम था कि किरोड़ीमल व रायगढ़ के बीच जिंदल का साइडिंग हैं। जो रेलवे के राजस्व को बढ़ाने में एक अहम कड़ी का काम करता है। अगर बात करे रद्द पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेनों की तो इन 15 दिनों में हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग से गुजरने वाले सभी ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गई थी। इस बीच एक बड़ा मालगाड़ी हादसा भी हो गया। जिसमें दो स्टेशन मास्टर को सस्पेंड भी कर दिया है। ऐसे में, एक बार फिर ट्रेनों के परिचालन शुरु होने से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। वहीं इसका प्रभाव स्टेशन पर चहल पहल के रुप में भी देखी जाएगी।
राजस्व में अब होगा इजाफा
15 दिनों के ब्लॉक में रेलवे को बतौर राजस्व भी काफी नुकसान हुआ है। सबसे अधिक नुकसान पैसेंजर ट्रेनों के यात्रा टिकट से मिलने वाले राशि के रुप में दर्ज किया गया है। जानकारों की माने तो 15 दिनों के ब्लॉक में करीब 8-10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। हलांकि ट्रेनों के सुचारू रुप से परिचालन के साथ उनकी गति सीमा व टाइमिंग को ठीक करने तीसरी रेल लाइन को यार्ड से जोडऩा भी एक अहम कार्य का हिस्सा था। जिसमें बिलासपुर जोन के रायपुर, नागपुर व बिलासपुर डिवीजन के एक्सपर्ट की टीम दिन-रात लगी हुई थी।
-15 दिनों को ब्लॉक बुधवार की शाम समाप्त हो गई है। गुरुवार से सभी एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनें अपनी समय से चलेंगी। जिससे यात्रियों को रेल सफर के दौरान काफी राहत होगी।
-रश्मि गौतम, सीनियर डीसीएम, बिलासपुर।