जिला अस्पताल स्थित लैब में इन दिनों हेपेटाइटिस किट नहीं होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं जो टेस्ट अस्पताल में ७० रुपए में हो जाता है, उसके लिए अब मरीजों को २५० रुपए चुकाने की मजबूरी बन गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कालेज अस्पताल स्थित लैब में इन दिनों हेपेटाइटिस (एचबीएस) पिछले एक माह से उपलब्ध नहीं है।
जिससे अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को इसकी जांच के लिए बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। जिससे मरीजों को परेशानी के साथ-साथ ज्यादा रुपए चुकाने की मजबूरी बन गई।
इसके बाद भी न तो अस्पताल के कोई अधिकारी ध्यान दे रहा है और नहीं कर्मचारी, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
माह भर से नहीं है किट
मेडिकल कालेज अस्पताल में पिछले एक माह से हेपेटाइटिस किट नहीं है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कालेज अस्पताल में जिस मरीज को भर्ती होना होता है
उसको हेपेटाइटिस जांच आवश्यक होता है। ताकि इसका इंफेक्शन दूसरे मरीजों को न हो। इसे में प्रतिदिन अस्पताल में ५० से ६० मरीज भर्ती होते हैं।
जिन्हें हेपेटाइटिस जांच करानी होती है। इसके लिए डाक्टर द्वारा जांच लिखे जाने के बाद मरीज काउंटर से पर्ची कटवाने के बाद जब लैब पहुंचते हैं तो वहां पता चलता है कि अस्पताल में किट नहीं है। जिसके कारण मरीजो को यह जांच बाहर से करवानी पड़ती है।
७० रुपए के बदले चुकाते हैं २५० रुपए
हेपेटाइटिस जांच की शुल्क अस्पताल में ७० रुपए निर्धारित की गई है। वहीं ये बाजार में इसके लिए २५० से २६० रुपए तक खर्चने पड़ते हैं। जिससे मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।