पिछले डेढ़ दशक से रायगढ़ जीआरपी के लिए एक 4 पहिया वाहन की मांग अधूरी है। शासकीय क्वार्टर के अभाव में एक छोटे से कमरे में करीब 8-10 जवान रहते हैं। मौजूदा बल में 50 प्रतिशत जवान ही स्मार्ट फोन का इस्तेमाल, सोशल मीडिया में सक्रिय, कंप्यूटर व अन्य तकनीक में सक्रिय है।
Read more : चक्रधर नगर रेलवे फाटक पर फंस गई मालगाड़ी, दोनों तरफ लग गया वाहनो का रेला पर इन सब के बावजूद रेल एसपी मिलना कुर्रे, अपराध व अपराधियों के नाए पैंतरे को देख जीआरपी को हाईटेक करने की बात कह रही है। शुक्रवार को रायगढ़ जीआरपी के वार्षिक निरीक्षण के दौरान पत्रिका से चर्चा के दौरान उन्होंने यह बातें कही। उनकी माने तो सोशल मीडिया से भी कई जटिल से जटिल अपराध की गुत्थी सुलझाने में मदद मिलती है। जबकि कई पोस्ट कंफ्यूजन को बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे में, सही व गलत पोस्ट की पहचान करना जरुरी है। इसके लिए संचार के इस माध्यमों के साथ अपडेट रहना होगा। जिसके बाद ही अपराध के नए तरीके व अपराधियों की धर पकड़ में तेजी आएगी।
बदलाव की कवायद है जारी
पर रेल एसपी की इन बातों से इस बात कसा संकेत स्पष्ट रुप से मिल रहा है कि जवानों को अपडेट कर उन्हें नई नई तरीकों से अवगत कराया जाएगा। पर इसके साथ उन जवानों को भी अपडेट करने की दरकार है। जिनकी नौकरी अभी 10-15 साल शेष है। करीब 20-25 साल की नौकरी कर चुके रायगढ़ के अधिकांश जवान प्राय: यह कहते हैं कि नौकरी के अंतिम क्षणों मे अब क्या सिखना है। एक-एक दिन कट जा रहा है, बस कटने दो। पर ऐसी मानसिकता के साथ हाईटेक व अपडेट करना किसी चुनौति से कम नहीं।
वाहन के लिए पीएचक्यू को लिखा पत्र
रायगढ़ जीआरपी के लिए 4 पहिया वाहन उपलब्ध कराने के सवाल पर रेल एसपी मिलना कुर्रे ने बताया कि यह एक गंभीर समस्या है। रायगढ़ दौरे पर जब इससे पहले आई थी तब इसकी जानकारी मिली थी। पीएचक्यू को इस समस्या से अवगत कराते हुए 4 पहिया वाहन उपलब्ध कराने पत्राचार किया गया है। जल्द ही रायगढ़ जीआरपी को वाहन उपलब्ध कराया जाएगा।