Premnagar Murder Case
गौरतलब है कि एक किलोमीटर के लिए लगभग तीन करोड़ जैसी भारी भरकम राशि की स्वीकृति के बावजूद सत्ता के संरक्षण में ठेकेदार द्वारा ब्लू प्रिंट को पूरी तरह नजर अंदाज करते हुए जमकर मनमानी की गई। प्रभार में चल रहे विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत और उनकी लगातार अनुपस्थिति का फायदा उठाकर ठेकेदार ने निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री इस्तेमाल किया।उल्लेखनीय है नगर पंचायत लैलूंगा की बहुप्रतीक्षित बताई जाने वाली इस मार्ग के लिए प्रशासन द्वारा वर्ष 2016-17 में लगभग 11 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे। इससे नगर में एक किलोमीटर सीसी रोड दो किलोमीटर डामरीकरण कुल तीन किमी सड़क निर्माण सहित नाली निर्माण का कार्य भी कराया जाना था, लेकिन निर्माण पूर्व ही संबंधित ठेकेदार ने नाली निर्माण के लिए स्वीकृत राशि को अपर्याप्त बताकर हाथ खींच लिए गया और ठेकेदार ने सिर्फ गौरवपथ का काम कराया गया। लोगों का कहना है कि उस दौरान सत्ता के संरक्षण में ठेकेदार ने निर्माण कार्य में जम कर मनमानी की।
निर्माण के दौरान घटिया मटेरियल इस्तेमाल किए जाने से सड़क की हालत एक साल में ही बेहद खराब हो चुकी है। अगर मेंटेनेस का कार्य नहीं कराया गया। तो सड़क किसी भी हाल में अगली बारिश नही झेल पाएगी। रितेश सिदार, स्थानीय युवा सड़क निर्माण के दौरान घटिया निर्माण को लेकर कई बार नगरवासियों द्वारा इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन को की गई पर ना तो कभी अधिकारियों ने सड़क की जांच की गई और ना ही कभी सड़क ठेकेदार पर किसी भी प्रकार की प्रतिबंधनात्म कार्रवाई की गई। ऐसे में गुणवत्ता को ताक में रखकर बनाई गई इस सड़क की हालत बेहद खराब हो चुकी है। भास्कर साह, स्थानीय युवा