
उपलब्धि.. कमी दूर करने बनाई नीति, विश्वविद्यालय को मिली बी से ए ग्रेडिंग
कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल ने बताया कि मल्टी-डिसिप्लिनरी में पहला विश्वविद्यालय है जिसे ए प्लस ग्रेड मिला है। नेक ग्रेडिंग में 133 पैरामीटर्स होते हैं। जिनमें पिछली बार 2.79 पॉइंट्स थे, अभी 3.34 प्वॉइंट मिले हैं। प्रदेश के लिए यह उपलब्धि है। शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति था जो इसमें शामिल नहीं था। 6 माह से सभी बिना छुट्टी लिए रात 12 बजे तक काम करते थे। ए प्लस ग्रेडिंग होने से अब ऑनलाइन अध्ययन सुविधा के साथ ही केंद्र सरकार की सभी योजनाओं में आवेदन करने के लिए अहर्ता हो गया है जिसके आवेदन के लिए न्यूनतम अहर्ता ए ग्रेड होती है।
कुलपति ने कहा कि अभी विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग को बढ़ाने के लिए काम कर रहे है। इसके लिए नई पॉलिसी बनाई जाएगी। स्टूडेंट्स डायवर्सिटी नहीं है इसके लिए अभी नई पॉलिसी बनाएंगे। वहीं असेसमेंट में टीचर कम है तो उसका और लाइब्रेरी के बजट कम होने का भी असर हुआ है।
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि इस बार नैक टीम के सदस्य ऑटो से यूनिवर्सिटी पहुंचे। गार्ड से पूछा कि कुलपति कहां है। पता ही नहीं था कि नैक की टीम थी। पहले यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नैक के सदस्यों को एक कमरे में बैठा कर रखा। क्रॉस वेरिफिकेशन के बाद 5 से 7 अगस्त तक टीम ने यूनिवर्सिटी का असेसमेंट किया। इसके बाद टीम ने यूनिवर्सिटी को ए ग्रेडिंग प्रदान की।
इससे पहले नैक की टीम ने साल 2023 में शैक्षणिक सत्र 2016-17 से 2020-21 के लिए एसेसमेंट किया था। इसमें यूनिवर्सिटी को बी ग्रेड दिया गया था। हालांकि इस ग्रेडिंग पर यूनिवर्सिटी ने असंतोष जाहिर किया था। इसके बाद यूनिवर्सिटी में फिर से असेसमेंट के लिए आदेश दिया। नियमों के तहत अगर कोई यूनिवर्सिटी नैक की ग्रेडिंग से संतुष्ट नहीं है तो वो फिर से पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकती है। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने यही किया था। अभी जो असेसमेंट हुआ वो साल 2019-20 से 2023-24 के लिए हुआ है।
वेबसाइट में 425 से ज्यादा लेक्चर वीडियो अपलोड किए।
Published on:
19 Aug 2025 12:21 am
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