
New Rule In CG : प्रदेश में पीयूसी सेंटर का संचालन करने वालों को वाहनों की जांच करते समय वीडियोग्राफी करना होगा। साथ ही जांच के बाद इसका फोटो और वीडियो वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। परिवहन विभाग ने देशभर के महानगरों की तर्ज पर राज्य में नया सिस्टम लागू किया है। इससे बिना जांच किए फर्जी पीयूसी प्रमाण पत्र जारी करने वालों पर अंकुश लगेगा। साथ ही वसूली करने और लापरवाही पूर्वक जांच करने वालों को चिन्हांकित किया जा सकेगा।
बताया जाता है कि पीयूसी सेंटर में जांच के दौरान लापरवाही की शिकायत मिलने के बाद नया सिस्टम शुरू किया गया है। बता दें कि वाहन के फिटनेस टेस्ट के लिए पीयूसी सेंटर में केवल फोटो अपलोड किया जाता था। इससे बड़ी आसानी से सेंटर संचालक लोगों को बिना जांच के सर्टिफिकेट जारी कर रहे थे। इस समय रायपुर जिले में करीब 85 पीयूसी सेंटर हैं। इसमें से 53 ऑनलाइन और 32 ऑफलाइन मोड पर चल रहे हैं।
फर्जीवाड़े पर रोक
पीयूसी जांच के दौरान वीडियो में दिखाना होगा कि जांच के बाद वाहन सर्टिफिकेट देने योग्य है या फिर नहीं। नए सिस्टम से वाहनों से निकलने वाले धुंए से बढ़ रहे प्रदूषण का स्तर कम होगा। वहीं प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी। बता दें कि हर साल सड़कों पर दौड़ने वाले ऐसे वाहनों की संख्या बढ़ रही है जो अपनी निर्धारित समय सीमा को पूरा कर चुके हैं। इसके बाद भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं।
Published on:
26 Feb 2024 12:27 pm
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