बिना तैयारी लागू किया सिस्टम बता दें कि अभी तक प्रदेश में 42 पंजीयन कार्यालयाें में एनजीडीआरएस सिस्टम लागू किया जा चुका है। जल्द ही 31 कार्यालयों में इसी सिस्टम से रजिस्ट्री शुरू कर दी जाएगी। बतादें कि खुद विभागीय अधिकारी बता रहे हैं कि बिना पूरी तैयारी के एनजीडीआरएस सिस्टम लागू कर दिया गया है, जिसकी वजह से बड़ी चूक हो सकती है।
कैसे होगी जांच इस सिस्टम के पहले ऑनलाइन रजिस्ट्री सिस्टम में ब्लॉक खसरों की एंट्री कर दी गई थी। जैसे ही ब्लॉक खसरों के डाक्यूमेंट पक्षकारों के द्वारा अपलोड किए जाते थे तो डिसप्ले में एक मैसेज दिखाई देता था। अब इस सिस्टम में ऐसी सुविधा नहीं है। ऐसे में कैसे जांच हो यह संभव नहीं है।
तिल्दा, रायपुर से लेकर आरंग तक हो रही रजिस्ट्री पूर्व कलेक्टर ने अवैध प्लॉटिंग को रोकने के लिए जिले के 1100 से ज्यादा खसरों को ब्लॉक किया है। इसके अलावा अन्य कारणों से 800 खसरों को निगरानी की श्रेणी में रखा गया है। अब इस सिस्टम का फायदा उठाकर तिल्दा, रायपुर और आरंग में धड़ाधड़ रजिस्ट्री हो चुकी है। अभी तक यह सिस्टम नहीं बना है कि जिससे ऐसे खसरों पर रोक लगाया जा सके।