
चुनावी बिसात.. बीजेपी के गढ़ को भेदने कांग्रेस ने महंत रामसुंदर को उतारा मैदान में, रोचक होगा मुकाबला
रायपुर। CG News: कांग्रेस-भाजपा ने रायपुर जिले की विधानसभा सीटों पर राजनीतिक बिसात बिछा दी है। भाजपा ने जहां जिले के सभी 7 विधानसभा पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। वहीं कांग्रेस ने रायपुर उत्तर विधानसभा सीट को छोड़कर शेष सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। कांग्रेस ने इस बार दक्षिण में वोटों के ध्रुवीकरण के लिए महंत राम सुंदर दास को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट से विकास उपाध्याय पर भरोसा जताते हुए दोबारा मौका दिया है।
रायपुर उत्तर: दावेदार अधिक इसलिए फंसा पेंच
कांग्रेस ने रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लिए अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। जबकि भाजपा ने पुरन्द्र मिश्र को अपना उम्मीदवार बनाया है। यहां कांग्रेस के उम्मीदवारों की संख्या बहुत ज्यादा है। इस वजह से यहां फिलहाल पेंच फंसा हुआ है। माना जा रहा है कि कांग्रेस यहां जातिगणत समीकरण के आधार पर दांव खेल सकती है।
भाजपा के गढ़ को भेदने की कवायद
रायपुर दक्षिण सीट भाजपा की गढ़ रही है। यहां से बृजमोहन अग्रवाल लगातार सात बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। इसके बावजूद इस सीट के लिए कांग्रेस के कई दावेदार थे। सभी दावेदारों को किनारा करके कांग्रेस ने महंत रामसुंदर दास को बृजमोहन के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। यहां मुस्लिम समाज के मतदाता भी बड़ी संख्या में है। वहीं महंत के नाम पर वोटों का धुव्रीकरण आसानी से हो सकेगा। ऐसे में इस बार का मुकाबला रोचक हो सकता है।
दो प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने
इस बार रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर सबकी नजर रहेगी। यहां से कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय को फिर से अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री राजेश मूणत को टिकट दी है। यह तीसरा चुनाव होगा, जब दोनों प्रतिद्वंदी आमने-सामने होंगे। पहली बार यहां की जनता ने विकास को नकार दिया था। जबकि दूसरी बार मंत्री रहते हुए मूणत को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में फाइनल मुकाबला काफी रोचक हो सकता है।
फिर भी प्रतिष्ठा दांव पर
रायपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस अपने वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की टिकट काट कर उनके बेटे और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा को दी है। यही वजह है कि टिकट कटने के बाद भी इस चुनाव में सत्यनारायण शर्मा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी रहेगी। हालांकि पंकज ने यहां से चुनाव लड़ने की तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी, लेकिन भाजपा ने मोतीलाल साहू को उम्मीदवार बनाकर जातिगत समीकरण के दांव को आगे कर दिया है।
रोचक मुकाबला की संभावना
कांग्रेस ने आरंग विधानसभा सीट से अपने मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने गुरु सुखवंत सिंह को टिकट दी है। ये सतनामी समाज के गुरु परिवार से जुड़े हुए हैं। सतनामी समाज बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से यहां रोचक मुकाबला होगा। हालांकि यहां भाजपा को भितरघात होने की संभावना भी अधिक दिखाई दे रही है।
विधायक-सरपंच के बीच टक्कर
कांग्रेस ने अभनपुर से अनुभवी धनेन्द्र साहू को टिकट दी है। वे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता है। हालांकि पिछली बार उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था। इसके बाद भी वे पार्टी के साथ निष्ठा से जुड़े रहे। यही वजह है कि उनकी टिकट बरकरार रखी गई। यहां से भाजपा ने इंद्र कुमार साहू को मौका दिया है। साहू यहां से सरपंच रहे हैं। दोनों के बीच कांटे की टक्कर रह सकती है। साहू समाज के वोट आपस में बंटेंगे, तो अन्य वर्ग के मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
Published on:
19 Oct 2023 12:27 pm
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