जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत वर्ष 2023 तक लगभग 40 लाख परिवारों को पीने के शुद्ध पानी के कनेक्शन देना है। इसके लिए सरकार ने जल जीवन मिशन योजना के लिए 10 हजार करोड़ का आबंटन किया है, जिसमें कुल 1376 ठेकेदारों को काम मिला है। शिकायत में आरोप है, टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता बरते हुए इस योजना में 70 प्रतिशत अर्थात 7 हजार करोड़ का काम बाहरी 10 ठेकेदारों को दिया गया है, जो कि मैदानी इलाके में काम करेंगे। जबकि बस्तर में काम करने की जिम्मेदारी स्थानीय ठेकेदारों को दी गई है। इसके जरिए 10 बाहरी कंपनियों को लाभ पहुंचाने का आरोप भी लगा है।